हिन्दुस्तान ज़िंक : सुरक्षा, समावेशन और कर्मचारियों के उत्साह की मिसाल
दो महिला बचाव दलों सहित दस टीमों ने अंडरग्राउण्ड रेस्क्यू सिमुलेशन में लिया भाग
भीलवाड़ा/उदयपुर। रामपुरा अगुचा खदान में आयोजित इंट्रा जोनल माइन रेस्क्यू प्रतियोगिता 2025 ने यह स्पष्ट कर दिया कि हिन्दुस्तान ज़िंक केवल खानों में धातु निकालने तक सीमित नहीं है, बल्कि सुरक्षा, कौशल और कर्मचारियों के भावनात्मक सशक्तिकरण में भी उद्योग के मानक स्थापित कर रही है। उत्तर पश्चिमी क्षेत्र के खान सुरक्षा उपमहानिदेशक के तत्वावधान में आयोजित इस प्रतियोगिता ने कंपनी की प्रोग्रेसिव सोच और कर्मचारियों की प्रतिबद्धता को सामने लाया।
प्रतियोगिता में दस टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें दो महिला बचाव दल भी शामिल थे। अंडरग्राउंड रेस्क्यू सिमुलेशन जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कर्मचारियों ने न केवल अपनी तकनीकी दक्षता दिखाई, बल्कि टीमवर्क और आपातकालीन प्रतिक्रिया की भावना भी उजागर की। यह दर्शाता है कि हिन्दुस्तान ज़िंक में सुरक्षा केवल नियमों का पालन नहीं, बल्कि कर्मचारियों के जीवन की सुरक्षा और उनके मनोबल को ऊंचा रखने का एक जीवंत संस्कार है।
हिन्दुस्तान ज़िंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने इस पहल के महत्व को बताते हुए कहा कि हर प्रतिभागी का साहस, अनुशासन और तकनीकी सटीकता प्रेरणादायक है। विशेष रूप से महिला बचाव टीमों का प्रदर्शन उस पारंपरिक सोच को चुनौती देता है जिसमें खानों में पुरुषों का प्रभुत्व माना जाता रहा है। यह स्पष्ट संकेत है कि हिन्दुस्तान ज़िंक अपने कर्मचारियों के लिए समान अवसर और समावेशन की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही है।
प्रतियोगिता में लाइव बचाव रिले, वैधानिक परीक्षण, प्राथमिक उपचार और भूमिगत रेस्क्यू जैसी गतिविधियों ने कर्मचारियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण और आत्मविश्वास का अनुभव दिया। कर्मचारियों ने यह महसूस किया कि उनकी मेहनत और तैयारी सीधे तौर पर जीवन बचाने और खदान सुरक्षा में योगदान करती है। यह भावनात्मक सशक्तिकरण न केवल उन्हें व्यक्तिगत रूप से संतुष्ट करता है, बल्कि टीम के भीतर गर्व और उद्देश्य की भावना भी पैदा करता है।
समापन समारोह में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार वितरण ने कर्मचारियों के उत्साह और योगदान की मान्यता को और मजबूती दी। रामपुरा अगुचा खदान की पुरुष टीम को ओवर ऑल विजेता घोषित किया गया, जबकि महिला बचाव टीमों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सभी का दिल जीता। यह दिखाता है कि हिन्दुस्तान ज़िंक में हर कर्मचारी—चाहे पुरुष हो या महिला—को उसकी योग्यता और योगदान के अनुसार सम्मान और अवसर मिलता है।
इंट्रा जोनल माइन रेस्क्यू प्रतियोगिता 2025 का सफल समापन हिन्दुस्तान ज़िंक की प्रगतिशील नीतियों, कर्मचारियों के कौशल विकास और भावनात्मक कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। कंपनी न केवल तकनीकी और सुरक्षा मानकों में उत्कृष्टता स्थापित कर रही है, बल्कि अपने कर्मचारियों को सशक्त, आत्मनिर्भर और प्रेरित करने का भी कार्य कर रही है। यह पहल कर्मचारियों के मनोबल और टीम भावना को बढ़ावा देती है, जिससे वे कंपनी के लक्ष्यों को अपने व्यक्तिगत उद्देश्य के रूप में अपनाते हैं।
हिन्दुस्तान ज़िंक का यह दृष्टिकोण स्पष्ट करता है कि आधुनिक खनन उद्योग में सफलता केवल उत्पादन में नहीं, बल्कि कर्मचारियों के सशक्तिकरण, सुरक्षित कार्य वातावरण और समावेशी संस्कृति में निहित है। इस तरह के आयोजन कर्मचारियों को न केवल तकनीकी रूप से तैयार करते हैं, बल्कि उन्हें यह अनुभव भी कराते हैं कि उनका योगदान समाज, उद्योग और पर्यावरण की सुरक्षा में महत्वपूर्ण है।
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