मुस्लिम महासंघ का आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख, सरकार से जवाबी कार्रवाई और मुआवजे की मांग

पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में मुस्लिम समाज ने दी एकजुटता की मिसाल, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

उदयपुर/सलूंबर। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ मुस्लिम महासंघ ने जोरदार विरोध प्रदर्शन कर आतंकवाद को करारा जवाब दिया है। महासंघ ने एक स्वर में सरकार से कड़ी जवाबी कार्रवाई की मांग की है और शहीदों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा।

आतंकवाद के खिलाफ सड़कों पर मुस्लिम समाज

मुस्लिम महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष दानिश अली ने जानकारी दी कि आतंकी हमले के खिलाफ मुस्लिम समाज ने पुरजोर प्रदर्शन कर आतंकवाद की निंदा की और जोरदार नारेबाजी कर गुस्से का इज़हार किया।
उन्होंने कहा – “आतंकियों का कोई मजहब नहीं होता। देश की एकता और अखंडता पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।”

सरकार से की जवाबी कार्रवाई की मांग

पूर्व पार्षद रियाज हुसैन ने केंद्र सरकार से मांग की कि आतंक के खिलाफ कठोरतम कदम उठाए जाएं, ताकि आम नागरिकों के मन में सुरक्षा और भरोसे की भावना बनी रहे।

कश्मीर के लोगों को दिया इंसानियत का सलाम

महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष मुहम्मद हनीफ ने कश्मीर के आम नागरिकों का धन्यवाद करते हुए कहा – “टूरिस्टों को बचाने में स्थानीय लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बिना इंसानियत का पैगाम दिया है।”

उन्होंने शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए कहा – “देश आतंकियों को माकूल जवाब देगा। हमें हर हाल में एकजुट रहना होगा।”

राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन, शहीदों को सम्मान देने की मांग

महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी मोहम्मद बक्ष के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें निम्न मांगें शामिल थीं:

  • शहीदों के परिवार को 1 करोड़ रुपये का आर्थिक मुआवजा
  • परिजनों में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी
  • शहीद परिवारों को “दाढ़स परिवार” का दर्जा

“देश के साथ खड़ा है मुस्लिम समाज” – पदाधिकारियों की संयुक्त घोषणा

राष्ट्रीय सचिव इरफान मुल्तानी, संभागीय अध्यक्ष तोकीर रज़ा, पूर्व पार्षद नासिर खान ने आतंकी हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा कि मुस्लिम समाज देश के साथ खड़ा है और आतंकवाद के खिलाफ सरकार की हर कार्रवाई में साथ देगा।


सांप्रदायिक सौहार्द के खिलाफ साजिश नाकाम करने की अपील

जिला अध्यक्ष सादाब खान और पार्षद हिदायतुल्ला ने कहा कि यह हमला देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश का हिस्सा है, लेकिन भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब ऐसे प्रयासों को कभी कामयाब नहीं होने देगी। उन्होंने लोगों से आपसी विश्वास बनाए रखने की अपील की।


सलूंबर में भी रैली, सुरक्षा की मांग

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हबीबुर्रहमान के नेतृत्व में सलूंबर में भी एक रैली निकाली गई, जिसमें सरकार से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा गया।

इस मौके पर महासंघ के वरिष्ठ सदस्य मोईनुद्दीन रहमानी, मुराद खान, एडवोकेट इकबाल हुसैन, अयूब भाई, मुबारिक हुसैन सहित समाज के कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।


देशभक्ति और एकता का प्रतीक बना मुस्लिम महासंघ का प्रदर्शन

मुस्लिम महासंघ का यह कदम न केवल आतंकवाद के खिलाफ सशक्त विरोध है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत का मुस्लिम समाज देश की सुरक्षा, एकता और भाईचारे के लिए पूरी मजबूती से खड़ा है
यह प्रदर्शन नफरत की राजनीति को करारा जवाब और सच्ची इंसानियत की पहचान है।

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