रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित बंगोली गांव में रविवार देर रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में 13 लोगों की जान चली गई। यह हादसा उस समय हुआ जब एक माजदा गाड़ी, जिसमें लोग एक पारिवारिक कार्यक्रम से लौट रहे थे, एक भारी ट्रेलर से टकरा गई।
परिवार में खुशी, रास्ते में मातम
मृतक एक नवजात शिशु के जन्म के बाद आयोजित छठी कार्यक्रम से लौट रहे थे। यह कार्यक्रम खरोरा थाना क्षेत्र के बाना गांव में हुआ था। सभी लोग रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र के चटौद गांव के रहने वाले थे। लौटते समय उनकी गाड़ी एक ट्रेलर से आमने-सामने भिड़ गई, जिससे मौके पर ही 13 लोगों की मौत हो गई और दर्जनभर से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे का मंजर बेहद भयावह
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टक्कर इतनी भीषण थी कि गाड़ी में सवार लोगों के शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए थे। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को शवों को निकालने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। हादसे के कारण रायपुर-खरोरा मार्ग पर देर रात तक आवागमन बाधित रहा।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
रायपुर के कलेक्टर गौरव सिंह ने बीबीसी से बातचीत में बताया : “खरोरा के बाना गांव में एक पारिवारिक कार्यक्रम से लौटते समय ये दुर्घटना हुई। अभी तक 13 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है। माजदा गाड़ी में लगभग 50 लोग सवार थे। घायलों को तत्काल रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
घायलों की हालत गंभीर
अस्पताल प्रशासन के अनुसार कुछ घायलों की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई है। कुछ लोगों को निजी अस्पतालों में भी रेफर किया गया है।
राज्य सरकार का शोक संदेश
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को तत्काल राहत और बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया है।
हादसे के पीछे संभावित कारण
प्राथमिक जांच में हादसे का कारण ड्राइवर की लापरवाही, रात के समय कम दृश्यता और भारी वाहन की तेज गति को बताया जा रहा है। पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है और दुर्घटना की जांच जारी है।
यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और सार्वजनिक यातायात नियमों के पालन की गंभीरता को सामने लाता है। जिस खुशी के साथ एक परिवार उत्सव से लौट रहा था, वह चंद मिनटों में एक दिल दहला देने वाली त्रासदी में बदल गई। राज्य प्रशासन से अपेक्षा है कि वे दोषियों पर सख्त कार्रवाई करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।
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