उदयपुर में श्री सगस जी बावजी का जन्मोत्सव : भव्य आयोजन के साथ विशेष श्रृंगार

फोटो : कमल कुमावत

उदयपुर। श्री श्री 1008 श्री सगस जी बावजी राज मंदिर, सर्वऋतु विलास, उदयपुर में इस वर्ष 9 अगस्त, शुक्रवार को बावजी का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर बावजी को विशेष श्रृंगार धारण करवाया जाएगा, जो इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होगा।

श्रृंगार में इस बार स्वर्ण और रजत बरक, रजत डंका, मोठड़ा, इमली, चंद्रमा, छत्र, चंवर, तलवार, ढाल आदि का उपयोग किया जाएगा, जिससे बावजी का अलौकिक रूप सजीव होगा। जन्मोत्सव दर्शन का प्रारंभ शुक्रवार प्रातः 7:00 बजे से होगा, जबकि प्रमुख अनुष्ठान 9:30 बजे से शुरू होंगे, जिसमें ज्योति प्रज्वलन, ध्वजारोहण, श्रृंगार और भोग आरती शामिल हैं।

महिलाओं के लिए विशेष दर्शन की व्यवस्था दोपहर में की गई है, जबकि शाम को पुरुष और महिलाओं के लिए क्रमवार दर्शन का प्रबंध किया गया है। इसी दिन शाम 7:30 बजे से मंदिर प्रांगण में भव्य भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा। इस वर्ष, अधिक भक्तजनों के बैठने की सुविधा के लिए भजन संध्या मंच की दिशा बदल दी गई है।

भजन संध्या में अयोध्या के परम रघुवंशी, मंदसौर के हर्षवर्धन शर्मा, कोटा के महेंद्र अलबेला और उदयपुर की सुनंदा चौबीसा द्वारा विशेष भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। रात्रि 12:30 बजे महाआरती के साथ जन्मोत्सव का समापन होगा, जिसमें बावजी को 51 किलो मावे का भोग लगाया जाएगा।

उदियापोल गेट से लेकर गुलाब बाग रोड और सर्वऋतु विलास मंदिर प्रांगण तक आकर्षक विद्युत सजावट की गई है। भक्तों की सुविधा के लिए सदैव की तरह इस बार भी जूता स्टैंड की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, सगस जी रोड व्यापार मंडल, उदियापोल रोड एसोसिएशन और सारंग बाजार व्यापार संघ द्वारा सुरजपोल से मोती महल, उदियापोल गेट एवं सर्वऋतु विलास मंदिर तक मनमोहक विद्युत सजावट की गई है।

जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में श्री सगस जी बावजी भक्त मंडल द्वारा आशा धाम आश्रम और अन्य विद्यालयों के निराश्रित बच्चों को भोजन वितरित किया जाएगा। जो भक्त शुक्रवार को दर्शन नहीं कर पाएंगे, वे शनिवार को भी जन्मोत्सव श्रृंगार के दर्शन का लाभ उठा सकेंगे। शनिवार रात को मंदिर परिसर में राजस्थानी सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। रविवार, 11 अगस्त को भव्य श्रृंगार के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।

मंदिर के पुजारी, धर्मनारायण प्रकाश दशोरा ने सभी दर्शनार्थियों और सेवा कार्य में लगे भक्तजनों से अनुशासन बनाए रखते हुए दर्शन करने की अपील की है।

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