उदयपुर। इतना अमानवीय और क्रूर तो कोई जानवर भी नहीं हो सकता, जो महिलाओं के साथ ऐसा सलूक करे, मुझे इस घटना से अपने पुरूष होने पर शर्म आती है। यह विचार सीटू जिलाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी ने मणिपुर की घटनाओं को लेकर जिला कलेक्ट्री पर आयोजित प्रदर्शन के दौरान व्यक्त किए।

सिंघवी ने कहा कि मणिपुर की घटनाओं के पीछे कारण यह है कि सरकार ने पहाड़ों को अपने दोस्त कॉर्पोरेट को बेच कर जमीन का कीमती खजाना उन्हें नीलाम कर दिया है, जिसका विरोध आदिवासी कर रहे हैं। सिंघवी ने कहा कि जब मोदी एवं बीजेपी देश की सत्ता में है, विभिन्न जाति एवं धर्मो, राज्यों की सीमाओं के मुद्दों पर असहमतियों को हवा देकर देश में नफरत और हिंसा की राजनीति कर देश को बर्बाद किया जा रहा है।

सभा को सम्बोधित करते हुए सीटू उपाध्यक्ष गुमान सिंह राव ने कहा कि आज सभी राजनैतिक एवं गैर राजनैतिक दलों, संगठनों, संस्थाओं को खुलकर मणिपुर की घटनाओं के खिलाफ खड़ा होना होगा। उन्होंने कहा कि आज हम चुप रहे तो यह खतरा हमारे घर में भी प्रवेश कर सकता है। किसान सभा के सचिव ललित मीणा ने कहा मणिपुर की घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया है कि मोदी, बीजेपी, आरएसएस आदिवासी विरोधी है और उनके नेता आदिवासी महिलाओं के साथ बलात्कार करके उनकी परेड निकालते हैं, आदिवासियों को जान से मारते हैं और उनके मूंह पर पेशाब करते हैं।

सभा को सम्बोधित करते हुए महिला समिति की अध्यक्ष केसर देवी ने कहा कि मोदी राज में महिलाओं पर अत्याचार बढ़े है और महिलाएं असुरक्षित जीवन जीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ का नारा जरूर है, लेकिन बेटियों को ही नरभक्षियों से बचाना बहुत बड़ी चुनौती है। पार्षद राजेन्द्र वसीटा ने कहा कि मोदी को उनके अंधभक्त विश्वगुरू का खिताब देकर रूस युक्रेन के युद्ध को कथित रूप से रोकने एवं अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनकी भूमिका होना बताते रहे हैं। लेकिन यह विश्वगुरू अपने देश के एक प्रदेश में हिंसा और अमानवीयता को तीन महिने से नहीं रोक पा रहे हैं।
नौजवान सभा के संयोजक अनील पाणोर ने कहा कि देश की एकता अखण्डता को बनाये रखना है तो सभी समुदायों में उनकी विशिष्ठ पहचान को मान्यता देनी होगी और किसी समुदाय को बिना विश्वास में लिये अगर कुछ भी थोपने की कोशिश की गई तो अराजकता फैलेगी। सभा को नौजवान सभा के नरसिंह बरांडा, टाउन वेंडिंग कमेटी सदस्य धर्मेन्द्र कुमावत, बंशीलाल चौहान, ठेला व्यवसायी यूनियन के उपाध्यक्ष महेन्द्र खटीक, मोहिनी राजमाली, सचिव रानू सालवी, शाहीद मोहम्मद, आदि ने भी सम्बोधित किया।
प्रदर्शन के साथ ही राष्ट्रपति के नाम जिला कलक्टर उदयपुर को ज्ञापन देकर मणिपुर में हो रही घटनाओं पर तत्काल रोक लगा हिंसा, यौन उत्पीड़न, तोड़फोड़, बलात्कार जैसी घटनाओं के दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के साथ मणिपुर के मुख्यमंत्री को भी बर्खास्त करने एवं मणिपुर में जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उनको आर्थिक सहायता देने के साथ वहां पर सामान्य हालात पैदा करने की मांग की गई।
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