
उदयपुर। हज़रत ख़्वाजा अब्दुर्रउफ उर्फ़ मस्तान बाबा का 27वां उर्स आज रानी रोड स्थित दरगाह में परचम कुशाई की पुरवक़ार रस्म से शुरू हुआ। इस चार दिवसीय उर्स की तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री और दरगाह सदर सीएम इब्राहीम ख़ुद उदयपुर पहुंचे और दरगाह में हो रहे तरक़्क़ियाती कामों पर दरगाह कमेटी के साथ मश्क़ात की। यह उर्स 3 सितम्बर, मंगलवार को कुल की फातिहा के साथ ख़त्म होगा।
मस्तान बाबा ट्रस्ट के नायब सदर सज्जाद हुसैन साबरी ने बताया कि उर्स के इन्तेज़ामात मुकम्मल कर लिए गए हैं। चारों दिन जायरीन के लिए लंगर का एहतमाम भी किया गया है। दरगाह के प्रवक्ता अनीस इक़बाल ने बताया कि उर्स का आग़ाज़ आज नमाज़-ए-असर के बाद परचम कुशाई की रस्म से हुआ। इससे पहले शाम 4 बजे उर्स-ए-मस्तान का परचम और ख़्वाजा गरीब नवाज़ अजमेर शरीफ से आई चादर का जुलूस रजा कॉलोनी, मल्लातलाई से शुरू होकर दरगाह शरीफ पहुँचा। बाद नमाज़-ए-असर, सीएम इब्राहीम और दरगाह कमेटी के मेंबरान व अकीदतमंदों की मौजूदगी में परचम कुशाई की रस्म अदा की गई। बाद नमाज़-ए-ईशा महफ़िल-ए-मिलाद का इनक़ाद हुआ जिसमें मुकर्रिर जनाब तौसीफ रज़ा मिस्बाही (उत्तर प्रदेश, संभल) और नातख्वाह सैयद अब्दुल क़ादिर बापू (गुजरात) ने नातिया कलाम और तक़रीर पेश की।

उर्स के दूसरे दिन, 1 सितम्बर रविवार को बाद नमाज़-ए-ईशा महफ़िल-ए-समा (क़व्वाली) का एहतमाम किया जाएगा जिसमें मशहूर क़व्वाल कोनेन वारसी ब्रदर्स (देवा शरीफ, बाराबंकी, यूपी) अपनी सूफियाना पेशकश करेंगे। उर्स के तीसरे दिन, 2 सितम्बर सोमवार को बाद नमाज़-ए-जुहर महफ़िल-ए-समा होगी और मस्तान बाबा ट्रस्ट की जानिब से आस्ताने पर चादर पेश की जाएगी। इस दिन शहर के मुख्तलिफ़ इलाक़ों से चादर शरीफ का जुलूस भी दरगाह पहुंचेगा। रात में आस्ताने पर ग़ुस्ल और संदल की रस्म अदा की जाएगी।
उर्स के चौथे और आख़िरी दिन, 3 सितम्बर मंगलवार को बाद नमाज़-ए-जुहर कुल की महफ़िल होगी जिसमें क़व्वाल सरफ़राज़ अनवर साबरी (बिजनौर, यूपी) और सुबहान नियाज़ी (यूपी) अपनी मख़सूस आवाज़ में सूफियाना कलाम पेश करेंगे। इसके बाद रंग पढ़ा जाएगा और कुल की फातिहा के साथ उर्स का इख़्तिताम होगा।
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