भारत विमेंस वर्ल्ड कप के फाइनल में : जेमिमा रॉड्रिग्ज की शतकीय चमक से भारत ने 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराया

नवी मुंबई ।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने गुरुवार को इतिहास रच दिया। नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर पहली बार विमेंस वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। इस जीत के साथ हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम ने ऑस्ट्रेलिया के दबदबे को तोड़ते हुए क्रिकेट इतिहास का नया अध्याय लिखा।


339 रन का लक्ष्य, जेमिमा का शानदार शतक

ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 8 विकेट पर 338 रन बनाए। जवाब में भारत ने यह मुश्किल लक्ष्य 48.3 ओवर में 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
जेमिमा रॉड्रिग्ज ने इस रन चेज़ में कप्तानी पारी खेली — उन्होंने 127 रन की नाबाद शतकीय पारी खेलते हुए भारत को फाइनल तक पहुंचा दिया। उनके साथ अमनजोत कौर 15 रन बनाकर नाबाद लौटीं।

जेमिमा की पारी में 14 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। उन्होंने हरमनप्रीत कौर के साथ चौथे विकेट के लिए 142 रनों की साझेदारी कर मैच का रुख भारत की ओर मोड़ दिया।


हरमनप्रीत का 89 रन का योगदान

भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी जिम्मेदारी भरी पारी खेलते हुए 89 रन बनाए। उन्होंने 97 गेंदों की अपनी पारी में 9 चौके और 2 छक्के जड़े।

हालांकि, जब वह सेट नजर आ रही थीं, तब एनाबेल सदरलैंड ने किम गार्थ के हाथों उन्हें कैच कराकर भारत को चौथा झटका दिया। इसके बाद भी जेमिमा ने धैर्य नहीं खोया और टीम को जीत की राह पर बनाए रखा।


शीर्ष क्रम लड़खड़ाया, पर मिडल ऑर्डर ने संभाला मोर्चा

भारत की शुरुआत उतनी मजबूत नहीं रही।

  • स्मृति मंधाना (24) और

  • शेफाली वर्मा (10) सस्ते में पवेलियन लौट गईं।

इसके बाद ऋचा घोष (26) और दीप्ति शर्मा (24) ने कुछ हद तक पारी को संभाला, लेकिन मिडल ऑर्डर में जेमिमा और हरमनप्रीत की साझेदारी ने मैच को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाया।


ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों ने रखी बड़ी चुनौती

इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था।
टीम की ओपनर फीबी लिचफील्ड ने 119 रन की शानदार शतकीय पारी खेली।
उनके साथ एलिस पेरी ने 77 और एश्ले गार्डनर ने 63 रन जोड़े।

भारतीय गेंदबाजों को शुरुआती विकेट के लिए संघर्ष करना पड़ा, लेकिन मिडल ओवरों में स्पिनरों ने शानदार वापसी की।


भारतीय गेंदबाजों का योगदान

भारत की ओर से

  • श्री चरणी और दीप्ति शर्मा ने 2-2 विकेट झटके।

  • क्रांति गौड़, अमनजोत कौर और राधा यादव को 1-1 विकेट मिला।
    तीन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ रन आउट भी हुईं, जिससे टीम बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद दबाव में आ गई।


मैच का टर्निंग पॉइंट

47वें ओवर में जेमिमा रॉड्रिग्ज ने एनाबेल सदरलैंड की लगातार दो गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा — यहीं से भारत का पलड़ा भारी हो गया।
आख़िरी ओवर से पहले ही टीम ने 335 रन पूरे कर लिए थे और 3 गेंद शेष रहते जीत का चौका जेमिमा ने लगाया।


प्लेइंग-11

भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, अमनजोत कौर, जेमिमा रॉड्रिग्ज, ऋचा घोष (विकेटकीपर), दीप्ति शर्मा, राधा यादव, क्रांति गौड़, श्री चरणी, रेणुका सिंह ठाकुर।

ऑस्ट्रेलिया: एलिसा हीली (कप्तान और विकेटकीपर), फीबी लिचफील्ड, एलिस पेरी, बेथ मूनी, एनाबेल सदरलैंड, एश्ले गार्डनर, ताहलिया मैक्ग्रा, किम गार्थ, सोफी मोलिनिक्स, अलाना किंग, मेगन शट।


भारत अब इतिहास रचने से एक कदम दूर

यह भारत का विमेंस वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में पहला प्रवेश है। टीम ने इससे पहले 2017 में फाइनल खेला था, लेकिन तब इंग्लैंड से हार का सामना करना पड़ा था। इस बार जेमिमा और हरमनप्रीत की जोड़ी ने यह संदेश दे दिया है कि टीम इंडिया अब सिर्फ फाइनल खेलने नहीं, बल्कि ट्रॉफी जीतने के इरादे से उतरेगी।

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