उदयपुर। वादी-ए-मस्तान (मुल्लातलाई) में मस्तान बाबा का 27वां उर्स मुबारक पूरे जश्न और रूहानियत के साथ मनाया जा रहा है। उर्स के तीसरे दिन, 2 सितंबर 2024 को मस्तान बाबा ट्रस्ट की जानिब से दरगाह पर चादर शरीफ पेश की गई।
खादिमों के मुताबिक बाद नमाज-ए-ज़ुहर महफ़िल-ए-समा के साथ मस्तान बाबा ट्रस्ट की जानिब से चादर पेशी की रस्म अदा की गई। इस मौके पर खांजीपीर और आयड़ से देहली गेट, रानी रोड होते हुए जुलूस के साथ आस्ताने मस्तान पर चादर शरीफ पेश की गई।
बाद-ए-नमाज-ए-ईशा, महफ़िल खाने में महफ़िल-ए-मिलाद और महफ़िल-ए-समा (कव्वाली) का आयोजन किया गया, जिसमें मशहूर कव्वाल सरफराज अनवर साबरी (जलालाबाद) और सुभान नियाजी (रामपुर) ने अपनी पेशकश दी। इन मशहूर कव्वाल पार्टियों ने मस्तान बाबा की शान में अपने मशहूर कलामों से जायरीनों और हाजरीन का दिल जीत लिया।
इस मुबारक मौके पर अकीदतमंदों के लिए लंगर का माकूल इंतिज़ाम किया गया था। आधी रात को मस्तान बाबा के मजार पर गुस्ल मुबारक की रस्म अदा की गई, जिसमें संदल और चंदन से गुस्ल किया गया। उसके बाद फातेहखानी कर जायरीनों को बाबा का ताबरुख दिया गया। इस मुबारक रात में जायरीनों ने नम आंखों के साथ दुआएं मांगी और मस्तान बाबा से अपनी मुरादें पूरी होने की दुआ की।
इस मौके पर मस्तान बाबा ट्रस्ट के चीफ ट्रस्टी और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीएम इब्राहिम, कार्यवाहक सदर जनाब सज्जाद साबरी, ट्रस्ट के नायब सदर, सेकेट्री और समस्त ट्रस्ट मेम्बरान के अलावा हजारों की तादाद में जायरीन मौजूद थे।
About Author
You may also like
-
बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु की शादी और उदयपुर के पर्यावरण पर सवाल
-
पैडल-टू-जंगल का आठवां संस्करण : दूसरे दिन वागड़ की वादियों में किया 60 किमी का सफर
-
शिल्पग्राम महोत्सव के उद्घाटन के साथ ही शुरू हुई ‘लोक के रंग-लोक के संग की धूम’
-
जयपुर टैंकर ब्लास्ट से उदयपुर में छाए मातम के बादल : ड्राइवर की स्थिति गंभीर, खलासी का मालूम नहीं, 22 सवारी घर पहुंची, 8 का अस्पताल में इलाज जारी
-
जयपुर में ज्वलनशील पदार्थ से भरे टैंकर को ट्रक ने मारी टक्कर, पूरा इलाका आगे की लपटों में घिरा, 9 लोगों की जलने से मौत, 35 से ज्यादा झुलसे