जयपुर। वाहिद मेमोरियल रिलीफ सोसायटी व सेंट्रल मिलाद कमेटी की ओर से हर साल की तरह इस साल भी जोश व उत्साह के साथ मिलादुन्नबी का जुलूस मुफ्ती अब्दुस्सत्तार रज़वी साहब की सरपरस्ती में सोमवार को दोपहर करीब 2:30 बजे घाट गेट से रवाना होगा, जो परकोटे के विभिन्न क्षेत्रों में होता हुआ चार दरवाजा मौलाना जियाउद्दीन साहब सर्किल पर पहुंचेगा, यहां पर इस्लामी विद्वान एवं कार्यक्रम संयोजक मौलाना सैयद मोहम्मद कादरी साहब जुलूस में शामिल लोगों को जरूरी दिशा-निर्देश देते हुए आवश्यक हिदायत देंगे और मुफ्ती शहर अब्दुस्सत्तार साहब दुआ कराएंगे। इसके बाद जुलूस यहां से रवाना होकर कर्बला पहुंचेगी, जहां विभिन्न इस्लामिक स्कॉलर व उलेमा बड़ी संख्या में जुलूस में शामिल अकीदतमंदों को संबोधित करेंगे।
जुलूस घाटगेट से रवाना होकर रामगंज चौपड़, चार दरवाजा, सुभाष चौक, जोरावर सिंह गेट, ब्रह्मपुरी थाना होते हुए रामगढ़ मोड़ से करबला शरीफ में प्रवेश करेगा, जहां विशाल जनसभा होगी, जिसे देश-विदेश के इस्लामी विद्वान एवं स्कॉलर संबोधित करेंगे।
जुलूस में शहर जयपुर व आसपास की सभी अहले सुन्नत वल जमात की मसाजिद के इमाम हज़रात, दरगाहों के पीराने इज़ाम, बड़ी संख्या में वरिष्ठ जन एवं समाजसेवी शामिल होंगे।
फिलिस्तीन के राजदूत होंगे मुख्य अतिथि
ईद मिलादुन्नबी का यह जुलूस मुफ्ती अब्दुस्सत्तार रज़वी साहब की सरपरस्ती में निकलेगा और सबसे आगे मुफ्ती साहब की बग्गी होगी। जुलूस में मुख्य अतिथि फिलिस्तीन के राजदूत अदनान मुहम्मद अलजबर अबुलहयजा व दिल्ली के मौलाना मुदस्सर अशरफी साहब होंगे। मुफ्ती जलीस अहमद भोजपुर से, मौलाना निसार निज़ामी यूपी से जुलूस में शिरकत करेंगे। जयपुर के मौलाना एहतराम आलम साहब, मौलाना ज़ाहिद हुसैन नूरी साहब, मौलाना वली मोहम्मद साहब, मौलाना गुलाम मोइनुद्दीन साहब, मौलाना अब्दुल क़दीर साहब, मौलाना राशिद मिस्बाही, मौलाना अंज़ार साहब व मुफ्ती गुफरान मिस्बाही साहब क़ाज़ी ए शरीयत, तमाम अहले सुन्नत वल जमात के आइम्मा हज़रात व सेंट्रल मिलाद कमेटी के मेम्बर हाजी हसीन खान साहब, हाजी हामिद बैग साहब, उवैस खान, हाजी रियाज़ साहब की विशेष उपस्थित रहेंगी।
तैयारियों संबंधी जगह-जगह हुई बैठकें
हाजी नायाब खान ने बताया कि जुलूस ए ईद मिलादुन्नबी की तैयारी के लिए आज शहर के विभिन्न स्थानों पर मीटिंगे भी हुई, जिसमे दो हज़ार वोलेंटियर की टीम तैयार की गई। मीटिंग में मुफ्ती अब्दुस्सत्तार रज़वी साहब, मुफ्ती गुफरान मिस्बाही साहब, मौलाना इरफान बरकाती साहब, क़ारी शकील अशरफी साहब आदि शामिल रहे। वहीं मौलाना सैय्यद मुहम्मद क़ादरी साहब ने वालेंटिसीयर्स को हिदायत दी कि किस तरह जुलूस में चलना है इस्लामी लिबास, बावुज़ू, प्रशासन ने जो रूट दिया है उस रूट से चलना है। दुरूदों सलाम पढ़ते हुए अदब व सुकून व शांति के साथ मिलादुन्नबी के जुलूस में शिरकत करें।
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