उदयपुर। उदयपुर के नए जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने शनिवार रात आठ बजे पदभार ग्रहण कर लिया। अगले दो माह में आचार संहिता लागू होने के बाद वे निर्वाचन अधिकारी की भूमिका में आ जाएंगे। तब तक वे राज्य सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे। यंग एंड डायनामिक होने के कारण उदयपुर में कुछ इनोवेटिव करने के लिए पोसवाल का चुनावों के बाद भी उदयपुर में रहना जरूरी है। आमतौर पर चुनावों के बाद कलेक्टरों के ट्रांसफर कर दिए जाते हैं।
आईएएस अरविंद कुमार पोसवाल चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर के पद से स्थानांतरित होकर उदयपुर आए हैं। इससे पहले वे राजसमंद में भी जिला कलेक्टर थे। दोनों ही जिलों में पोसवाल में बखूबी काम किया है। राजसमंद में तो कोरोनाकाल में उन्होंने बेहतर तरीके से काम किया था।
खास बात यह है कि नए कलेक्टर दो महीने बाद निर्वाचन अधिकारी की भूमिका में आ जाएंगे।
इस दौरान कुछ भी नया कर पाना संभव नहीं होगा, लेकिन चुनावों के बाद भी पोसवाल उदयपुर कलेक्टर बने रहते हैं तो कुछ इनोवेशन उदयपुर शहर व जिले में कर सकते हैं। तब तक वे उदयपुर के बिगड़े हुए सिस्टम को संभाल सकते हैं। इसमें झीलों के आसपास अतिक्रमण, पर्यटन को बढ़ावा देने, उदयपुर के इकोसिस्टम को बचाने, ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने काम कर सकते हैं।
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