
48 लोगों ने किया रक्तदान, संत स्मृति को समर्पित रहा दिन
उदयपुर। भक्ति, सेवा और समर्पण की मिसाल बने पूज्य तप सम्राट केशुलाल जी म.सा. की 20वीं पुण्यतिथि के अवसर पर केशवधाम भूपालपुरा का वातावरण भावविभोर कर देने वाला था। जहां एक ओर भक्तों की आंखें श्रद्धा से नम थीं, वहीं दूसरी ओर जीवनदायिनी सेवा के रूप में रक्तदान शिविर ने इस दिन को और भी पावन बना दिया।
रक्तदान शिविर में 48 लोगों ने किया रक्तदान

केशवधाम सेवा संस्थान द्वारा आयोजित इस शिविर में कुल 48 सेवाभावी व्यक्तियों ने रक्तदान कर, अपने रक्त की बूंदों को मानवता की सेवा में अर्पित किया। संस्थान के अध्यक्ष महेश बम्ब ने बताया कि यह शिविर केवल सेवा नहीं, बल्कि गुरु की शिक्षा का अनुपालन था—जो तप, त्याग और सेवा के आदर्श रहे।
संतों की वाणी में झलकी गुरुदेव की तप साधना
इस अवसर पर आचार्य राममुनि की शिष्या परम विदुषी कमला श्री जी म.सा. एवं महासती श्री सिद्धमणि जी म.सा. ने कहा कि — “तप सम्राट केशुलाल म.सा. ने न केवल आत्मबल को जाग्रत किया, बल्कि उन्होंने अपने जीवन को तप, शक्ति, भक्ति, अभिव्यक्ति और विरक्ति की पंचधारा में गढ़ा।” उन्होंने कहा कि पूज्य गुरुदेव वचन सिद्ध संत थे, जिनकी स्मृति मात्र से ही आत्मा पुलकित हो उठती है।
गणमान्यजनों की उपस्थिति बनी प्रेरणा का स्तम्भ
इस कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्यजनों ने भी अपनी उपस्थिति से श्रद्धांजलि अर्पित की। इनमें इन्द्रसिंह मेहता (संरक्षक, उदयपुर सर्राफा संघ), प्रकाश कोठारी (अध्यक्ष, जैन सोशल ग्रुप संस्कार), डॉ बी.एस. बम्ब, आर.के. जैन (IFS), मुकेश मोदी, ललित कोठारी, सुन्दरलाल सिंघवी, प्रकाश पगारिया (सेवानिवृत्त सेशन जज), ललित सिसोदिया (प्रदेश महामंत्री, भाजपा युवा मोर्चा), डॉ विनय जैन आदि प्रमुख रहे।
कार्यक्रम का संचालन और सेवाभाव का समर्पण
कार्यक्रम का कुशल संचालन राजेश सामर (कोषाध्यक्ष, भूपालपुरा संघ) द्वारा किया गया। कार्यक्रम की व्यवस्था में सुरेन्द्र सिंह सामर (गौतम प्रसादी लाभार्थी), नमिता बम्ब, भगवती लाल पगारिया ने सक्रिय भूमिका निभाई।

सेवाभावी कार्यकर्ताओं ने निभाया कर्तव्य
कार्यक्रम की सफलता में निम्न कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा : विवेक छाजेड, प्रवीण बम्ब, अशोक मादरेचा, ललित पगारिया, दिनेश चंडालिया, सुनील बापना, यशवंत तलेसरा, अशोक बापना, शेलेश मारू, संजय सियाल, भोपाल सिंह कोठारी, प्रकाश तलेसरा, भोपाल सिंह सिसोदिया, मीठालाल सिंघवी, जिनेंद्र बापना आदि।
हर वर्ष होती है तप सम्राट की स्मृति में सेवा गतिविधियां
गौरतलब है कि पूज्य केशुलाल म.सा. की दीक्षा जयंती, जन्म जयंती एवं पुण्यतिथि पर हर वर्ष विविध प्रकार के सेवा और भक्ति कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो संत परंपरा की जीवंतता को बनाए रखते हैं।
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