हिन्दुस्तान जिंक ने बढ़ाया स्मार्ट माइनिंग का दायरा : आईआईओटी संचालित फ्लीट इंटेलिजेंस से दक्षता और ऊर्जा प्रदर्शन में ऐतिहासिक सुधार

उदयपुर। भारत का एकमात्र और दुनिया का सबसे बड़ा एकीकृत जिंक उत्पादक हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड (Hindustan Zinc Limited) अब स्मार्ट माइनिंग के एक नए युग की ओर अग्रसर है। कंपनी ने अपने परिचालन में इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IIoT) आधारित फ्लीट इंटेलिजेंस सिस्टम को सफलतापूर्वक लागू करके खनन दक्षता, ऊर्जा अनुकूलन और उपकरण अपटाइम में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है।

इस अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से हिन्दुस्तान जिंक ने सभी साइटों पर रिकॉर्ड फ्लीट अपटाइम, ऊर्जा उपयोग का अनुकूलन और संचालन में निर्बाध प्रदर्शन सुनिश्चित किया है। IIoT संचालित वास्तविक समय निगरानी प्रणाली अब हर उपकरण की विश्वसनीयता, ऊर्जा खपत और परिचालन प्रवृत्तियों को ट्रैक कर रही है, जिससे प्रत्येक निर्णय डेटा-आधारित और भविष्यदर्शी बन गया है।


डेटा-आधारित निर्णयों से अभूतपूर्व परिचालन सुधार

कंपनी के सहयोग केंद्र से प्राप्त इन डेटा-आधारित अंतर्दृष्टियों ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों (FY24–FY26) में उपकरण प्रदर्शन में मापनीय सुधार दर्ज किए हैं।

  • जंबो ड्रिलिंग मशीनों में अपटाइम और विश्वसनीयता में 28% सुधार हुआ है।

  • लोड हॉल डंपर्स (LHDs) का अपटाइम 24% बढ़ा है।

  • लो-प्रोफाइल डंप ट्रक (LPDT) में 27% से अधिक सुधार दर्ज किया गया है।

इन सुधारों के साथ पावर पैक टू पर्क्यूशन अनुपात भी बेहतर हुआ है — जो ऊर्जा उपयोग की उच्च दक्षता को दर्शाता है। उदाहरण के लिए, जंबो मशीनों में यह अनुपात 3.8 से घटकर 3.4 हो गया है, जो नियंत्रित पर्क्यूशन और परिष्कृत ऊर्जा प्रबंधन की दिशा में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।


“प्रतिक्रियाशील नहीं, अब पूर्वानुमानित संचालन की दिशा में” — अरुण मिश्रा, सीईओ, हिन्दुस्तान जिंक

हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने इस सफलता पर कहा —

“मजबूत डेटा कैप्चर, उन्नत IIoT इंटीग्रेशन और एनालिटिक्स के साथ हम अब प्रतिक्रियाशील से पूर्वानुमानित संचालन की ओर बढ़ रहे हैं। भारी मशीनरी की दक्षता में यह सुधार हमारे अपटाइम, उत्पादकता और ऊर्जा प्रबंधन में बड़ा बदलाव साबित हुआ है। यह पहल हमारे विज़न — सस्टेनेबल, स्मार्ट और टेक-ड्रिवन माइनिंग — को साकार करने की दिशा में एक और ठोस कदम है।”


कोलेबोरेशन सेंटर बना डिजिटल परिवर्तन की केंद्रीय धुरी

इस डिजिटल रूपांतरण के केंद्र में है हिन्दुस्तान जिंक का अत्याधुनिक सहयोग केंद्र (Collaboration Center) — जो रियल-टाइम डेटा इंटीग्रेशन और निर्णय-निर्माण का केंद्रीय नर्वस सिस्टम है।
यह सिस्टम वेदांता स्पार्क के स्टार्टअप पार्टनर MachineMax के सहयोग से तैनात किया गया है, जिससे प्लांट सिस्टम, सेंसर और फ्लीट-लेवल IIoT डिवाइसों से आने वाला डेटा निर्बाध रूप से डिजिटल हब तक पहुंचता है।

वेदांता स्पार्क के माध्यम से हिन्दुस्तान जिंक ने AI, मशीन लर्निंग, कंप्यूटर विज़न, ड्रोन टेक्नोलॉजी, IoT, और ऑगमेंटेड/वर्चुअल रियलिटी जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग कर न केवल परिचालन में बल्कि एनालिटिक्स और प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस में भी अग्रणी भूमिका निभाई है।


स्मार्ट, सुरक्षित और सतत खनन की दिशा में अग्रसर

यह डिजिटल पहल हिन्दुस्तान जिंक की “माइनिंग 4.0” रणनीति का हिस्सा है, जो स्वचालन, सुरक्षा, दक्षता और स्थिरता को एकीकृत करती है।
इस रणनीति के तहत कंपनी ने:

  • AI-संचालित कैमरा मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया है, जिससे कार्यस्थल सुरक्षा और अनुपालन निगरानी में सुधार हुआ है और मैन्युअल हस्तक्षेप में 50% की कमी आई है।

  • रोबोटिक ऑटोमेशन को स्मेल्टिंग ऑपरेशनों में शामिल किया है, जिससे धातुकर्म प्रक्रियाओं की परिशुद्धता और उत्पाद गुणवत्ता बढ़ी है।

  • जल्द ही कंपनी LiDAR-सक्षम ड्रोन स्कैनिंग के माध्यम से भूमिगत खदानों की सटीक मैपिंग और निष्कर्षण योजना के अनुकूलन की दिशा में कदम उठाने जा रही है।


नवाचार और साझेदारी की शक्ति

वर्तमान में हिन्दुस्तान जिंक वेदांता स्पार्क के तहत 20 से अधिक टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स के साथ 50+ प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। ये प्रोजेक्ट्स उत्पादन वृद्धि, लागत अनुकूलन, ESG नेतृत्व, और सुरक्षा नवाचारों जैसे क्षेत्रों में परिवर्तनकारी परिणाम ला रहे हैं।

रोबोटिक्स, AI, ब्लॉकचेन और IIoT को एक साथ जोड़कर हिन्दुस्तान जिंक न केवल अपने संचालन को स्मार्ट बना रहा है, बल्कि भारतीय खनन उद्योग के लिए नए वैश्विक मानक स्थापित कर रहा है।


भविष्य की दिशा

हिन्दुस्तान जिंक की यह यात्रा केवल तकनीकी प्रगति की नहीं, बल्कि सतत विकास, ऊर्जा संरक्षण और सुरक्षित कार्य संस्कृति की कहानी है।
IIoT आधारित फ्लीट इंटेलिजेंस और डिजिटल कोलेबोरेशन मॉडल के माध्यम से कंपनी यह सुनिश्चित कर रही है कि उसका हर संचालन न केवल लाभदायक, बल्कि सस्टेनेबल और भविष्य-रेडी भी हो।


“हिन्दुस्तान जिंक – भारत में खनन का भविष्य, नवाचार और स्थिरता के साथ।”

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