उदयपुर। इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग, ग्रीन पीपल सोसायटी, विश्व प्रकृति निधि, पर्यटन विभाग तथा बेला बसेरा रिसोर्ट के संयुक्त तत्वावधान में साइकिल पर प्रकृति का त्रिदिवसीय रोमांच ‘पेडल टू जंगल‘ के सातवें संस्करण के दूसरे दिन शनिवार को सभी यात्री उदयपुर से प्रस्थान कर सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य पहुंचे और यहां की जैव विविधता को देखकर प्रसन्नता जताई। उड़न गिलहरी की साइटिंग के लिए प्रसिद्ध इस अभयारण्य में उन्होंने वन्यजीवों के साथ-साथ उड़न गिलहरी को देखकर रोमांच का अहसास किया।
पेडल टू जंगल के सातवें संस्करण के दूसरे दिन सभी प्रतिभागी कजरी टूरिस्ट बंगलों से प्रातः साढ़े छह बजे रवाना हुए। प्रतिभागियों को कजरी के प्रबंधक सुनील माथुर और ग्रीन पीपल सोसायटी अध्यक्ष राहुल भटनागर व सेवानिवृत्त उप वन संरक्षक प्रताप सिंह चुण्डावत ने झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
यात्रा आयोजक व रिटायर्ड सीसीएफ राहुल भटनागर ने बताया कि इस वर्ष उदयपुर साइक्लिंग क्लब के संरक्षक नीतेश टाक के नेतृत्व में कुल 35 प्रतिभागी भाग ले रहे है। प्रतिभागी बाघदड़ा नेचर पार्क होते हुए जामेश्वर पहुँचे तथा जामेश्वर महादेव जी के दर्शन किए एवं अल्पाहार आदि किया गया। प्रतिभागियों के साथ उदयपुर डीएफओ सुगना राम जाट भी साइकिल पर यात्रा कर रहे थे। पेडल टू जंगल के इस संस्करण में 14 वर्षीय आरुष चैधरी सबसे युवा प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए। सभी प्रतिभागी तत्पश्चात वहाँ से रवाना होकर बमभोरा होते हुए आरामपुरा की ओर रवाना हो गए एवं दोपहर 2 बजे आरामपुरा पहुँचे। आरामपूरा पहुँचने के बाद सीतामाता अभ्यारण में सभी प्रतिभागियों ने उड़न गिलहरी को देखा एवं वहाँ की स्थानीय वनस्पति को समझा एवं रात्रि विश्राम आरामपुरा पर ही किया गया।
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