उदयपुर। कृषक उत्पादक संगठनों को ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर लाने के लिए राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड की ओर से तीन दिवसीय तरंग मेला शुक्रवार को टाउन हॉल स्थित नगर निगम प्रांगण में शुरू हुआ।
शुभारंभ कार्यक्रम में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार कर्नाटक एवं नाबार्ड डीजीएम राजकुमार, एमपीयूएटी के डॉ. आरए कौशिक, एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक मनीष कुमार, एलडीएम राजेश जैन, मरुधरा ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक के.के. गुप्ता एवं युवा जागृति संस्थान के सीईओ गोकुल सैनी उपस्थित रहे।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक नीरज यादव ने बताया कि 23 जून तक चलने वाले इस मेले में शहरवासी सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक मेले में शिरकत कर सकते हैं, यहां कृषक उत्पादक संघ और स्वयं सहायता समूह द्वारा खान-पान,जीवन शैली एवं स्वदेशी वस्तुओं सहित अन्य उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की जा रही है जहां 50 से ज्यादा स्टॉल्स पर बाजरे के बिस्किट, नमकीन, केक, ऑर्गेनिक वस्तुओं समेत स्वादिष्ट अचार, गुलकंद , पापड़, शहद आदि बेचे जा रहे है।
किसानों के उत्पादों को ब्रांड बनाकर देश-विदेश तक पहुंचाने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर जोड़ा जा रहा है 3 दिन के इस मेले के आखिरी दिन लकी ड्रा निकाला जाएगा जिसमें आकर्षक पुरस्कार बांटे जाएंगे साथ ही प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे।
डीजीएम नाबार्ड राजकुमार ने कहा कि किसानों के उत्पादों को सीधे ग्राहकों तक बेचने व ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर लाने की यह सराहनीय पहल है इससे युवा किसान एवं महिलाओं के रोजगार को नया आयाम मिलेगा तथा वे अपने खेत में उगने वाली फसल से तरह-तरह के उत्पाद बनाकर ऑनलाइन मार्केटिंग कर देश-विदेश तक अपने प्रॉडक्ट्स को पहुंचा सकेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के उत्पादों को ब्रांड बनाना ही इस मेले का उद्देश्य है।
नाबार्ड की ओर से आयोजित तरंग सेलिब्रेटिंग कलेक्टिवेशन मेले में राज्य भर के किसान उत्पादक संघ (एफपीओ) स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) और ओएफपीओ से जुड़े किसानों, ग्रामीण महिलाओं व पुरुषों को ई- प्लेटफार्म पर लाने के लिए मेले का आयोजन किया गया है।
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