
उदयपुर। राइफल एवं पिस्टल शूटिंग (निशानेबाजी) खेल को समर्पित पहली हिन्दी पुस्तक ‘ओलंपिक खेल निशानेबाजी’ का विमोचन जयपुर में खेल एवं युवा मामले मंत्री तथा ओलम्पिक पदक विजेता कर्नल राज्यवर्धनसिंह राठौड़ ने किया।
राठौड़ ने पुस्तक की सराहना करते हुए लेखक डॉ. जितेंद्रसिंह चुण्डावत को बधाई दी। उन्होंने कहा कि निशानेबाजी पर संभवतया इससे पहले करणीसिंह ने पुस्तक लिखी थी। उन्होंने पुस्तक को नए-पुराने खिलाड़ियों व कोच के लिए उपयोगी बताया।
पुस्तक के लेखक डॉ. चुण्डावत ने बताया कि पुस्तक में निशानेबाज़ी खेल से संबंधित सभी जिज्ञासाओं और प्रश्नों के उत्तरों को समायोजित करने का पूर्ण प्रयास किया है। यह पुस्तक समस्त शारीरिक शिक्षा जगत, खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों के लिए सहायक सिद्ध होगी। पुस्तक के विमोचन अवसर पर राजस्थान राईफल संघ के सचिव शशांक कोरानी व क्रीड़ा भारती जयपुर प्रांत के मेघसिंह, ओम प्रकाश, मेवाड़ शूटिंग क्लब राजस्थान से वीरेंद्रपाल सिंह कुआडा, दशरथसिंह श्रीसेला आदि उपस्थित रहे।
शूटिंग पर पहली अनूठी पुस्तक :
डॉ. चुण्डावत ने बताया कि अब तक विभिन्न खेल अकादमियों में संबंधित खेल से संबंधित पुस्तक प्राप्त हो जाती थी परंतु शूटिंग ही एकमात्र ऐसा खेल है जिसकी शूटिंग रेंज में इसकी जानकारी से संबंधित पुस्तक उपलब्ध नहीं थी। अब इस पुस्तक का प्रकाशन होने से युवा पीढ़ी को प्राप्त हो रही इस कमी की पूर्ति हो पाएगी। उन्होंने बताया कि शूटिंग विषय पर शोध दौरान उन्हें किसी भी प्रकार की पुस्तक उपलब्ध नहीं हुई इस वजह से उन्होंने इसे प्रकाशित करने का निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने इस पुस्तक में समाहित विषय वस्तु की जानकारी दी और कहा शूटिंग से संबंधित समस्त जानकारियों साथ उपकरण, वेपन कंट्रोल, द्रोणाचार्य पुरस्कार, ओलंपिक विजेताओं की जानकारी को लिए हुए यह ‘इन साईक्लोपीडिया ऑफ शूटिंग‘ साबित होगी। इस दौरान उन्होंने भूपाल नोबल्स में शूटिंग रेंज के माध्यम से तैयार हो रही युवा प्रतिभाओं के बारे में भी जानकारी दी।
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