मेकेट्रॉनिक्स तकनीकी उद्योगों का आधार : डॉ. मेहता


सरस्वती मेकेट्रॉनिक्स सेंटर पर इंटर्नशिप ट्रेनिंग कार्यक्रम का शुभारंभ


उदयपुर। “तकनीकी उद्योगों में निरंतर हो रहे परिवर्तनों के बीच मेकेट्रॉनिक्स अब एक अनिवार्य आवश्यकता बन चुका है।”
यह बात विद्या भवन पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ. अनिल मेहता ने सोमवार को सरस्वती मेकेट्रॉनिक्स सेंटर में इंटर्नशिप ट्रेनिंग कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि मेकेट्रॉनिक्स, रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और उन्नत उत्पादन तकनीकों की मदद से आज की इंडस्ट्रीज़ न केवल अधिक दक्ष हुई हैं, बल्कि उनकी उत्पादकता और प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में भी वृद्धि हुई है।


डॉ. मेहता ने कहा कि आज के समय में तकनीकी विद्यार्थियों को केवल परंपरागत ज्ञान नहीं, बल्कि व्यावहारिक दक्षता और इंडस्ट्री के अनुरूप स्किल्स की ज़रूरत है। “अगर हम चाहते हैं कि हमारे युवा आने वाले औद्योगिक भविष्य के लिए तैयार रहें, तो मेकेट्रॉनिक्स जैसा क्षेत्र उन्हें एक मजबूत नींव दे सकता है,” उन्होंने जोड़ा।


कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्रभारी नितिन सनाढ्य ने बताया कि सेंटर में दो प्रकार के इंटर्नशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए गए हैं—एक चार सप्ताह का और दूसरा छह सप्ताह का। दोनों ही कार्यक्रमों में पॉलिटेक्निक छात्र-छात्राओं को अत्याधुनिक तकनीकों का सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में सेंसर टेक्नोलॉजी, हाइड्रोलिक्स व प्न्युमैटिक्स, प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (PLC), 3D प्रिंटिंग, तथा इंडस्ट्रियल रोबोटिक आर्म जैसे मॉड्यूल शामिल हैं।


प्रशिक्षक गौरांग शर्मा और अमित कुशवाह ने बताया कि यह पूरा प्रशिक्षण सरस्वती सिंघल फाउंडेशन द्वारा स्थापित मेकेट्रॉनिक्स सेंटर में संचालित हो रहा है, जो कि “इंडस्ट्री-इंस्टीट्यूट पार्टनरशिप” का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा कि इस सेंटर के माध्यम से तकनीकी छात्रों को उद्योगों जैसी वास्तविक कार्य स्थितियों में काम करने का अवसर मिल रहा है, जिससे उनका आत्मविश्वास और कौशल दोनों विकसित हो रहे हैं।


डॉ. मेहता ने कहा कि उदयपुर जैसे शहरों में इस तरह के उन्नत प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन होना पूरे क्षेत्र के तकनीकी विकास का संकेत है। “यह प्रयास न केवल छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाएगा, बल्कि स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी क्षेत्र में दक्ष मानव संसाधन की आपूर्ति में भी योगदान देगा,” उन्होंने कहा।


कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं ने सेंटर के मॉड्यूल्स और मशीनों का अवलोकन किया और बताया कि उन्हें उद्योगों में काम करने की स्पष्ट समझ अब मिल रही है।

About Author

Leave a Reply