उदयपुर। स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को मजबूत करने के लिए हिन्दुस्तान जिंक ने ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड के सहयोग से जावर माइंस के आसपास स्थित 26 गांवों में मोबाइल हेल्थ वैन सेवा की शुरुआत की है। इस वैन को विशेष रूप से इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यह स्वास्थ्य सुविधाओं को सीधे ग्रामीण समुदायों तक पहुंचाए, जिससे स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण और बुनियादी उपचार जैसी आवश्यक सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सकें।
स्वास्थ्य सेवा की नई रोशनी
इस पहल का मुख्य उद्देश्य दूरदराज के क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी को दूर करना और यह सुनिश्चित करना है कि ज़रूरतमंद लोगों को समय पर जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। यह केवल एक चिकित्सा सुविधा नहीं, बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ाने और समग्र स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
स्वास्थ्य वैन को हरी झंडी, सहयोग का नया अध्याय
टिडी के सामुदायिक केंद्र में आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उदयपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक आदित्य और जावर बिजनेस यूनिट के आईबीयू-सीईओ राम मुरारी ने वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर डॉ. आदित्य ने परियोजना की सराहना करते हुए, सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों और सरकारी सेवाओं के बीच समन्वय और सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने ग्रामीण समुदाय से अपील की कि वे स्वास्थ्य वैन की सेवाओं का अधिकतम लाभ उठाएं।
वहीं, राम मुरारी ने इस पहल को हिन्दुस्तान जिंक की सामुदायिक स्वास्थ्य सुधार की प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। इस कार्यक्रम में बीसीएमओ निधि यादव, नायब तहसीलदार अमृत मेघवाल, सरपंच टीडी बंशीलाल मीणा, नेवातलाई सरपंच किशनलाल मीणा और सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण मीणा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य सेवा का विस्तार, हजारों लोगों को मिलेगा लाभ
मोबाइल हेल्थ वैन की यह सेवा ग्रामीण समुदायों के लिए एक नया उजाला लेकर आई है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें मौसमी और सामान्य बीमारियों के लिए समय पर उपचार और आवश्यक दवाएं मिल सकें। वर्ष 2018 से हिन्दुस्तान जिंक विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य पहलों के माध्यम से ग्रामीण स्वास्थ्य में सुधार के लिए निरंतर प्रयासरत है।
यह पहल सिर्फ जावर माइंस तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि भीलवाड़ा, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर के 110 गांवों तक पहुंचेगी, जिससे लगभग 1.62 लाख ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। इसके अलावा, राजस्थान के भीलवाड़ा, राजसमंद, अजमेर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और सलूंबर के 7 स्थानों और 5 जिलों में व्यापक रूप से पहुंचकर, यह पहल वंचित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच और जागरूकता को बढ़ाने की दिशा में एक नई क्रांति लाएगी।
ग्रामीण स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक नई उम्मीद
हिन्दुस्तान जिंक की यह पहल स्वस्थ भारत की दिशा में एक मजबूत कदम है, जो दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने और उन्हें एक स्वस्थ जीवन प्रदान करने का संकल्प ले रही है। इस मोबाइल हेल्थ वैन के माध्यम से, स्वास्थ्य सेवाएं अब सिर्फ अस्पतालों तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि गांव-गांव तक पहुंचेंगी, जिससे एक स्वस्थ और सशक्त ग्रामीण समाज का निर्माण होगा।
हेल्थ केयर अब आपके दरवाजे पर – क्योंकि हर व्यक्ति स्वस्थ रहने का हकदार है!
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