
लंदन। लिवरपूल एफसी की ऐतिहासिक प्रीमियर लीग जीत का जश्न सोमवार की शाम तब मातम में बदल गया जब एक तेज़ रफ्तार कार ने विजय परेड के तुरंत बाद वाटर स्ट्रीट पर खड़े पैदल यात्रियों को टक्कर मार दी। हादसे में कई लोग घायल हो गए और घटनास्थल पर हड़कंप मच गया।
यह दर्दनाक हादसा स्थानीय समयानुसार शाम लगभग 6 बजे हुआ, जब मर्सीसाइड पुलिस को आपातकालीन कॉल के ज़रिए जानकारी दी गई कि शहर के व्यस्त केंद्र में एक ग्रे रंग की कार ने पैदल चल रहे लोगों को रौंद दिया है। मौके पर तुरंत पुलिस, एंबुलेंस और दमकल विभाग की टीमें पहुंचीं। कार को घटनास्थल पर ही रोक दिया गया और 53 वर्षीय एक ब्रिटिश व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।
मर्सीसाइड पुलिस ने पुष्टि की है कि जांच जारी है और सभी संभावित पहलुओं को ध्यान में रखते हुए यह तय किया जा रहा है कि घटना दुर्घटना थी या जानबूझकर की गई एक क्रूर कार्रवाई। शुरुआती जांच मर्सीसाइड पुलिस के नेतृत्व में हो रही है, लेकिन एहतियातन उत्तर पश्चिम आतंकवाद निरोधक इकाई भी इस प्रक्रिया में शामिल है।
प्रत्यक्षदर्शियों की रोंगटे खड़े कर देने वाली गवाही
घटना के प्रत्यक्षदर्शी, 48 वर्षीय हैरी राशिद, जो अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ परेड का आनंद ले रहे थे, ने मीडिया को बताया : “यह हमसे सिर्फ 10 फीट की दूरी पर हुआ। कार हमारे दाईं ओर से आई और सीधे लोगों को टक्कर मार दी। आवाज़ इतनी तेज़ थी कि हमें कार के बोनट पर गिरते लोगों की आवाज़ सुनाई दी। यह दृश्य कभी नहीं भूल सकता।”
राशिद ने यह भी बताया कि जब कार कुछ सेकंड के लिए रुकी, तो भीड़ ने उसकी खिड़कियां तोड़ने की कोशिश की। लेकिन ड्राइवर ने फिर से गाड़ी दौड़ा दी और लोगों को कुचलता हुआ आगे निकल गया।
“मेरी बेटी चीखने लगी, लोग ज़मीन पर गिर गए थे, कुछ बेहोश थे। हम सब बहुत डर गए थे। उस पल मुझे नहीं लगा कि हम ज़िंदा बचेंगे।”
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी, नताशा रिनाल्डी, जो पास की एक इमारत से परेड देख रही थीं, ने स्काई न्यूज़ को बताया : “यह बहुत तेज़ था। हमने खिड़की से देखा कि कार लोगों को कुचल रही थी। लोग चिल्ला रहे थे, पुलिस भीड़ को काबू में करने की कोशिश कर रही थी। हर तरफ अफरा-तफरी थी।”
पुलिस और आपातकालीन सेवाओं की त्वरित प्रतिक्रिया
मर्सीसाइड पुलिस ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया और तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। कई घायलों को स्ट्रेचर पर अस्पताल ले जाया गया। घटनास्थल की तस्वीरों में देखा जा सकता है कि पुलिस, एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियाँ भारी संख्या में मौजूद थीं। सड़क पर बिखरे जूते, टूटे हुए चश्मे और खून के धब्बे इस भयावह घटना की गवाही दे रहे थे।
पुलिस ने एक आधिकारिक बयान में कहा : “टक्कर की परिस्थितियों को जानने के लिए गहन जांच की जा रही है। इस समय कुछ भी निष्कर्ष निकालना जल्दबाज़ी होगी, लेकिन हम जनता से संयम और सहयोग की अपील करते हैं।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और गृह सचिव यवेट कूपर को घटना की जानकारी दे दी गई है। प्रधानमंत्री स्टारमर ने ट्विटर पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा:
“लिवरपूल में हुए भयावह दृश्य बहुत ही दुखद हैं। मेरी संवेदनाएँ उन सभी के साथ हैं जो घायल या प्रभावित हुए हैं। मैं पुलिस और आपातकालीन सेवाओं को उनकी त्वरित प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद देता हूँ।”
स्थिति पर राष्ट्रीय एजेंसियों की नज़र
हालांकि अभी तक इसे “आतंकी हमला” घोषित नहीं किया गया है, लेकिन आतंकवाद निरोधी एजेंसियों की शुरुआती भागीदारी इस बात का संकेत है कि जांच किसी भी सिरे को छोड़े बिना की जा रही है। आमतौर पर इस तरह की भागीदारी केवल उन्हीं मामलों में होती है जिनमें जानबूझकर जनहानि पहुंचाने का संदेह हो।
विशेषज्ञों का मानना है कि फुटबॉल परेड जैसे सार्वजनिक आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था बेहद अहम हो जाती है। हजारों लोगों की भीड़ के बीच इस प्रकार की घटना बताती है कि आपात प्रबंधन और वाहनों की आवाजाही पर और सख्ती ज़रूरी है।
परेड के ठीक बाद हुआ हादसा
लिवरपूल एफसी की जीत के बाद शहर में उत्सव का माहौल था। क्लब ने एक 10 मील लंबे खुले बस परेड का आयोजन किया था, जिसमें हजारों प्रशंसक शामिल हुए। लेकिन यह हादसा परेड के समाप्त होते ही, जब सड़कों को दोबारा यातायात के लिए खोला गया, उसी दौरान हुआ।
प्रशासन की अपील
नॉर्थ वेस्ट एम्बुलेंस सर्विस के प्रवक्ता ने बताया : “हम वर्तमान स्थिति का आकलन कर रहे हैं और सभी आपातकालीन सेवाओं के साथ समन्वय में कार्य कर रहे हैं। हमारी पहली प्राथमिकता है कि घायलों को शीघ्रतम और सर्वोत्तम चिकित्सा सहायता मिले।”
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और सोशल मीडिया पर असत्यापित जानकारी न फैलाएँ। साथ ही यदि किसी के पास घटना से संबंधित वीडियो या जानकारी है, तो वह मर्सीसाइड पुलिस के साथ साझा करें।
स्रोत : द गार्जियन
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