
मुंबई। भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को अंडरवर्ल्ड के नाम पर 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने की धमकी मिली है। जांच में खुलासा हुआ कि बिहार के दरभंगा निवासी आरोपी मोहम्मद दिलशाद नौशाद ने खुद को डी-कंपनी का सदस्य बताते हुए विदेश से धमकी भरे ईमेल भेजे। आरोपी ने रिंकू के इवेंट मैनेजर से भी संपर्क कर पैसे नहीं देने पर गंभीर नतीजों की चेतावनी दी थी।
मुंबई पुलिस की चल रही जांच में यह सनसनीखेज़ खुलासा हुआ है कि दिवंगत एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी को धमकी देने वाला वही व्यक्ति अब क्रिकेटर रिंकू सिंह को भी निशाना बना चुका था। आरोपी ने 5 करोड़ रुपये की फिरौती माँगी थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 33 वर्षीय मोहम्मद दिलशाद नौशाद, दरभंगा (बिहार) का रहने वाला है और उसने विदेश से ईमेल भेजने के लिए साइबर तकनीक का दुरुपयोग किया।
5 फरवरी 2025 को भेजे गए पहले ईमेल में उसने बेहद शालीन भाषा में “आर्थिक मदद” की मांग की। जब रिंकू की टीम ने कोई जवाब नहीं दिया, तो कुछ ही दिनों बाद उसे एक और मेल मिला, जिसमें सिर्फ लिखा था —
“Reminder! D-Company.”
इस मेल से टीम में दहशत फैल गई। रिंकू सिंह के इवेंट मैनेजर ने तुरंत मुंबई पुलिस से संपर्क किया।
पिछले धमकी वाले मामले से कनेक्शन : दरअसल, 19 से 21 अप्रैल 2025 के बीच दिलशाद ने जीशान सिद्दीकी को भी कई धमकी भरे ईमेल भेजे थे। इनमें उसने 10 करोड़ रुपये की मांग की थी और चेतावनी दी थी कि “अगर पैसे नहीं दिए तो अंजाम पिता जैसा होगा।”
बांद्रा पुलिस ने शुरुआत में केस दर्ज किया और बाद में मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल (AEC) को सौंप दिया।
अंतरराष्ट्रीय साइबर कनेक्शन : जांचकर्ताओं ने ईमेल को ट्रेस कर त्रिनिदाद और टोबैगो के आईपी एड्रेस तक पहुंच बनाई। इसके बाद इंटरपोल और विदेश मंत्रालय की मदद से आरोपी को भारत लाया गया।
पुलिस का कहना है कि यह भारत में साइबर जबरन वसूली के मामलों में पहला ऐसा केस है, जिसमें किसी आरोपी को विदेश से प्रत्यर्पित किया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार — “दिलशाद तकनीकी रूप से बहुत सक्षम है। उसने पकड़े जाने से बचने के लिए विदेशी सर्वरों और फर्जी ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया। डर पैदा करने और पैसे वसूलने के लिए उसने डी-कंपनी का नाम लिया, लेकिन अब तक किसी संगठित गिरोह से उसके सीधे संबंध नहीं मिले हैं।”
फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या वह किसी अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़ा था या अकेले ही हाई-प्रोफाइल हस्तियों को निशाना बना रहा था।
मामले का वर्तमान स्थिति : दिलशाद फिलहाल न्यायिक हिरासत में है और साइबर एक्सपर्ट्स उसकी लैपटॉप, मोबाइल और ईमेल ट्रेल की जांच कर रहे हैं। जांच एजेंसियों का मानना है कि आरोपी ने इस तरह की धमकियों के ज़रिए फिल्मी सितारों, व्यापारियों और खिलाड़ियों को भी टारगेट करने की कोशिश की हो सकती है।
विशेष विश्लेषण : इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म अब साइबर रंगदारी का नया अड्डा बनते जा रहे हैं।
अंडरवर्ल्ड के नाम का इस्तेमाल अब “डर और धोखे” के हाइब्रिड मॉडल में बदल चुका है — जहाँ धमकी सिर्फ़ आवाज़ में नहीं, बल्कि इनबॉक्स में भी दस्तक देती है।
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