उदयपुर। समकालीन कला जगत में उभरते हुए युवा कलाकार प्रभुलाल गमेती के चित्रों की प्रदर्शनी सोमवार को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के दृश्य कला विभाग के तत्वावधान में शुरू हुई। इस कला प्रदर्शनी में प्रभुलाल ने लगभग 35 वुडकट प्रिंट को प्रस्तुत किया है। इन वुडकटर कार्यों में उन्होंने अपने पिता की मधुर स्मृतियों को अपने चित्रों में विषय के रूप में विशेष स्थान दिया है। पिता की कुर्सी, चारपाई को अपने चित्रों में प्रस्तुत किया है। साथ ही प्रकृति और मनुष्य का संबंध भी अपने चित्रों में दिखाया है। इस रचनात्मक कला प्रदर्शनी के मुख्य अतिथि शहर के वरिष्ठ कलाकार प्रोफेसर सुरेश शर्मा एवं प्रोफेसर शैल चोयल उपस्थित थे। इस प्रदर्शनी के अवसर पर शहर के कलाकार प्रो एल एल वर्मा, प्रो हेमंत द्विवेदी, प्रो मदन सिंह राठौड़, प्रो. धर्मवीर वशिष्ठ डॉ. शाहिद परवेज, प्रो. रघुनाथ शर्मा, युगल किशोर शर्मा, भूपेश कावड़िया, आकाश चोयल, चेतन औदिच्य, हेमंत जोशी, डॉ. चित्रसेन, डॉ. दीपिका माली एवं अन्य कई कलाकार एवं कला प्रेमी उपस्थित थे।
वर्तमान में प्रभुलाल दृश्य कला विभाग में शोधार्थी हैं। इन्हें राजस्थान ललित कलाकार अकादमी, जयपुर का विद्यार्थी एवम कलाकर दोनो श्रेणियों में राज्य पुरस्कार प्राप्त हुआ है। कला मेला जयपुर, ललित कला अकादमी, चंडीगढ़, रजा फाउंडेशन भोपाल, अमृतसर अन्य कई राज्य एवं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनियों में कलाकृतियां प्रदर्शित हुई है।
मूलतः निचली ओडन, नाथद्वारा निवासी प्रभुलाल विगत 10 वर्षों से उदयपुर शहर में अपनी कला यात्रा को अनवरत जारी रखे हुए हैं। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त कर ये अपनी रचनात्मक यात्रा में नित्य नवीन प्रयोग कर रहे हैं।
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