उदयपुर। उदयपुर जिले में डीएसटी और प्रतापनगर पुलिस ने साईबर सैल के सहयोग से एक बड़े चैन स्नैचिंग गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने मंदिरों, मेलों और धार्मिक जुलूसों में 100 से अधिक चोरी की वारदातें की हैं। पुलिस ने इस गिरोह की चार महिला सदस्यों सहित कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है और करीब 10 लाख रुपए की सोने की चैन, चैन काटने के कटर और एक इको कार जब्त की है।
एसपी योगेश गोयल ने बताया कि शुक्रवार को एसएचओ प्रतापनगर भरत योगी, डीएसटी के हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह और अखिलेश कुमार, तथा थाना प्रतापनगर के आसूचना अधिकारी नगेंद्र सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि चार महिलाएं और दो पुरुष एक इको कार में सवार होकर अम्बेरी से देबारी घाटा वाले माताजी मंदिर में महिलाओं के जेवरात चोरी करने के इरादे से आ रहे हैं।
सूचना के आधार पर एडिशनल एसपी उमेश ओझा और सीओ छगन राजपुरोहित के सुपरविजन में एसएचओ भरत योगी के नेतृत्व में डीएसटी और थाना पुलिस की टीम ने नेशनल हाईवे पर देबारी से पहले संदिग्ध कार को रोका। पूछताछ में अभियुक्तों ने विभिन्न मेलों, जुलूसों और मंदिरों में महिलाओं के पहने गहने चोरी करने की बात कबूल की। तलाशी में पुलिस ने उनके पास से सोने की सात चैन और चैन काटने के कटर बरामद किए।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्त
मीरा कालबेलिया (43) और पति खेमराज (42), निवासी राजेल थाना कल्याणपुर
आशा कालबेलिया (28), निवासी कोटडा हाल खरपीणा थाना गोवर्धन विलास
सोवनी कालबेलिया (40), निवासी चिकला थाना ऋषभदेव
दाखू कालबेलिया (45) और बेटे जीतू कालबेलिया (30), निवासी देवपुरा थाना जावर माइंस
वारदात का तरीका
अभियुक्त अपनी कार से मंदिरों, धार्मिक जुलूसों और मेलों में पहुंचते थे। महिला अभियुक्त भीड़भाड़ में महिलाओं के पास झुंड बनाकर चलती थीं। धक्कामुक्की का बहाना करके अपने पास रखे कटर से मंगलसूत्र और चैन काटकर दूसरी महिला को थमा देती थीं ताकि अगर किसी को शक हो और पकड़े जाने पर उनकी तलाशी में कुछ न मिले। पुरुष सदस्य आसपास गाड़ी लेकर तैयार रहते थे और वारदात कर वहां से सभी फरार हो जाते थे। बाद में चोरी के माल का बंटवारा कर लेते थे।
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