फोटो : कमल कुमावत

उदयपुर। झीलों की नगरी उदयपुर में शुक्रवार आधी रात को अचानक हुई तेज बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। लगभग एक घंटे तक लगातार हुई मूसलाधार बारिश के कारण शहर की प्रमुख सड़कें दरिया में तब्दील हो गईं। कई इलाकों में पानी घरों और दुकानों में घुस गया, वहीं नदी-नाले भी उफान पर आ गए। मोहर्रम की रात मुकाम पर रखे ताजिया और सलामी की रस्म में शामिल होने निकले लोग इस बारिश से खासे परेशान नजर आए।
जलभराव से जूझा शहर
तेज बारिश का सबसे ज्यादा असर शहर के निचले इलाकों में देखने को मिला। हाथीपोल, सूरजपोल, अश्विनी बाजार, सिंधी बाजार, दूध तलाई, चेतक सर्कल और अंबामाता क्षेत्र में जलभराव के चलते यातायात ठप हो गया। कई जगह दोपहिया वाहन बहते दिखे तो कहीं लोग घुटनों तक पानी में फंसे नजर आए। नगर निगम की नालों की सफाई को लेकर की जा रही तैयारियां भी इस बारिश में बहती दिखीं।
नदी-नाले उफने, प्रशासन सतर्क
तेज बारिश के चलते आयड़ नदी समेत कई छोटे-बड़े नाले उफान पर आ गए हैं। अंबेरी और देबारी के पास बने छोटे पुलों के ऊपर से पानी बहने की खबरें हैं। जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर स्थानीय निवासियों को नदियों के पास जाने से मना किया है। NDRF और सिविल डिफेंस की टीमें भी तैयार रखी गई हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने उदयपुर और आसपास के क्षेत्रों में अगले 24 घंटों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। साथ ही कुछ स्थानों पर वज्रपात की भी चेतावनी जारी की गई है। विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की अपील की है।
उदयपुर में हुई इस आधी रात की बारिश ने न केवल प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी, बल्कि आमजन के जीवन को भी गहरे संकट में डाल दिया। आने वाले दिनों में यदि इसी प्रकार का मौसम रहा, तो जलभराव और ट्रैफिक व्यवस्था बड़ी चुनौती बन सकती है। जरूरत है कि नगर निगम और आपदा प्रबंधन विभाग समय रहते ठोस कदम उठाएं।









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