मेवाड़ में कायाकिंग–कैनोइंग खेलों को नई गति : डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने खिलाड़ियों को भेंट कीं 16 स्प्रिंट कायाकिंग बोट्स

संभागीय आयुक्त व संघ ने पहल की सराहना की

उदयपुर। मेवाड़ अंचल में जल क्रीड़ा खेलों के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कायाकिंग एवं कैनोइंग खेलों से जुड़े प्रतिभावान खिलाड़ियों को 16 नवीन ‘स्प्रिंट कायाकिंग बोट्स’ भेंट कीं। यह पहल उदयपुर को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जल क्रीड़ा के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में मील का पत्थर मानी जा रही है।

इन बोट्स का लोकार्पण पिछोला झील किनारे स्थित सिटी पैलेस परिसर में आयोजित कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी तथा डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के कर-कमलों द्वारा किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजस्थान कायाकिंग एवं कैनोइंग संघ के चेयरमैन ने कहा कि ये स्प्रिंट बोट्स खिलाड़ियों के नियमित अभ्यास के साथ-साथ राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयारी में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगी। उन्होंने कहा कि महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का यह सहयोग खिलाड़ियों के मनोबल को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और मेवाड़ को खेल मानचित्र पर मजबूत पहचान दिलाएगा।

महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि समाज सेवा और मानव उत्थान के उद्देश्य से वर्ष 1969 में महाराणा भगवत सिंह मेवाड़ द्वारा इस फाउंडेशन की स्थापना की गई थी। फाउंडेशन आज भी उन्हीं मूल्यों और सामाजिक दायित्वों के अनुरूप कार्य कर रहा है, जिसका नेतृत्व डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ कर रहे हैं।

इस अवसर पर राजस्थान कायाकिंग एवं कैनोइंग संघ, खिलाड़ियों और उनके अभिभावकों ने खेलों के विकास के लिए संवेदनशीलता और तत्परता से सहयोग करने पर डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के प्रति आभार व्यक्त किया।

उल्लेखनीय है कि उदयपुर में ड्रैगन बोट, कायाकिंग एवं कैनोइंग खेलों के विकास हेतु लगातार उल्लेखनीय प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक यहां चार बार राष्ट्रीय ड्रैगन बोट चैम्पियनशिप, भारतीय ड्रैगन बोट टीम का चयन एवं प्रशिक्षण शिविर तथा ऑल इंडिया विश्वविद्यालय स्तर की प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन हो चुका है। इनमें मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की टीम द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त करना उदयपुर के लिए गर्व का विषय रहा है।

कार्यक्रम में राजस्थान कायाकिंग एवं कैनोइंग संघ के चेयरमैन चन्द्रगुप्त सिंह चौहान, अध्यक्ष भगवान स्वरूप वैष्णव, सचिव दिलीप सिंह चौहान सहित महेश पिम्पलकर, दीपक गुप्ता, कमलेश हाथी, अजय अग्रवाल, प्रशिक्षक निश्चय सिंह चौहान, पीयूष कच्छावा, तनिष्क पटवा सहित अनेक पदाधिकारी, प्रशिक्षक एवं खिलाड़ी उपस्थित रहे।

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