रोजगार मुहैया करवाना सबसे बड़ी चुनौती : विजन 2047 के लिए यूसीसीआई में परिचर्चा


उदयपुर। “वर्ष 2047 तक उदयपुर संभाग में युवा वर्ग को रोजगार मुहैया करवाना सबसे बड़ी चुनौती होगी। इसके लिए संभाग में मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री की स्थापना को बढ़ावा देना होगा।” यह विचार उद्यमियों द्वारा उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (यूसीसीआई) में विजन 2047 पर आयोजित बैठक के दौरान व्यक्त किए गए।

यूसीसीआई भवन के पायरोटेक टेम्पसन्स सभागार में आयोजित इस परिचर्चात्मक बैठक में पूर्व संरक्षक अरविंद सिंघल, अखिलेश जोशी, आर.आर. हरलालका, शैलेष जैन, कपिल सुराणा, मधुसूदन पालीवाल, अरविंद अग्रवाल सहित कई अन्य सदस्यों ने भाग लिया और विचार रखे।

बैठक की शुरुआत में अध्यक्ष एम.एल. लूणावत ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि यहां प्राप्त सुझावों को मुख्यमंत्री के साथ प्रस्तावित बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। मानद महासचिव पवन तलेसरा ने बताया कि नई केंद्र सरकार द्वारा “विजन 2047” तैयार किया जा रहा है। इस बारे में प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा 14 जून 2024 को जयपुर में एक बैठक आयोजित की गई है, जिसमें यूसीसीआई के अध्यक्ष एम.एल. लूणावत आमंत्रित हैं। दक्षिण राजस्थान में उद्योग और व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए यूसीसीआई द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनीष गलुंडिया ने बताया कि बड़े और मंझोले उद्योग तथा लघु एवं माइक्रो उद्योग से जुड़े उद्यमियों के सुझाव प्राप्त करने हेतु यूसीसीआई में एक परिचर्चात्मक बैठक का आयोजन किया गया।

परिचर्चा के दौरान पूर्व संरक्षक अरविंद सिंघल ने युवा वर्ग को रोजगार मुहैया करवाने के साथ-साथ विजन डाॅक्यूमेंट के लिए विभिन्न विभागों के अनुसार सुझाव दिए। मार्बल प्रोसेसर्स समिति के अध्यक्ष श्री कपिल सुराणा ने माइनिंग वेस्ट के उपयोग की नीति तय करने और मार्बल आयात नीति के पुनर्निर्धारण का सुझाव दिया।

खुली परिचर्चा में एम सैंड नीति, मिनरल प्रोसेसिंग आधारित इंडस्ट्री की स्थापना, माइनिंग से जुड़े विभिन्न ट्रेड्स के लिए प्रशिक्षण हेतु उदयपुर संभाग में तकनीकी विश्वविद्यालय की स्थापना, युवा वर्ग के स्किल डेवलपमेंट के लिए नीति का गठन, और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना को सुगम बनाने आदि के संदर्भ में भी सुझाव दिए गए।

कार्यक्रम का संचालन मानद महासचिव पवन तलेसरा ने किया, जबकि वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनीष गलुंडिया, उपाध्यक्ष प्रतीक हिंगड, और मानद कोषाध्यक्ष अभिनंदन कारवा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।

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