Udaipur दीपावली मेले का आगाज : मेयर, डिप्टी मेयर और पार्षद इस मेले की तरह शहर की समस्याओं के निदान में इतना ही रंग भरेंगे?

फोटो : कमल कुमावत

उदयपुर। स्मार्ट सिटी उदयपुर की चमक दमक के बीच, दीपावली मेले का भव्य आगाज सोमवार की शाम नगर निगम द्वारा किया गया। समारोह का आगाज ठीक उसी अंदाज में हुआ, जैसे किसी फिल्मी अवॉर्ड नाइट में सितारे रेड कार्पेट पर उतरते हैं। मेले में न सिर्फ झूले लगे, बल्कि शहर की गलियों की तरह मंच पर भी उमंग का माहौल था। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या हमारे जनप्रतिनिधि अपने मूल काम में भी ऐसा ही उत्साह दिखाते?

इस भव्य मेले का शुभारंभ अस्थल आश्रम के मेवाड़ महामंडलेश्वर श्री रासबिहारी शरण के पावन सानिध्य में हुआ। राजस्थान सरकार के जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, महापौर गोविंद सिंह टांक, और कलेक्टर अरविंद पोसवाल जैसे दिग्गज जनप्रतिनिधि पूरी धूमधाम से मेले का हिस्सा बने। मंच पर तो उत्सव का माहौल था, लेकिन ज़रा सोचे कि क्या शहर की समस्याएं भी ऐसे ही हल हो पाती हैं?

मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने उदयपुर की प्रतिभाओं की सराहना करते हुए कहा, “यह शहर नैसर्गिक सौंदर्य से भरपूर है।” पर क्या वे इस शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से परिचित हैं? महापौर गोविंद सिंह टांक ने भी अपने भाषण में निगम की उपलब्धियों का गुणगान किया, लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए यह कहना नहीं भूले कि एक ‘नया उदयपुर’ बन रहा है। परन्तु क्या वही उत्साह, लोगों को बीमारी से बचाने में और पानी की सप्लाई और साफ-सफाई में दिखाई देता है?

मेले में लगे 15 झूलों और 300 दुकानों के बीच रंगीन साज-सज्जा ऐसी थी, जैसे पूरे शहर की परेशानियों पर पर्दा डाल दिया गया हो। झूमती हुई भीड़ और तालियों की गूंज के बीच, जनता ने जरूर सोचा होगा—क्यों हमारे जनप्रतिनिधि भी इस तरह से शहर की समस्याओं पर झूमते नहीं?

स्थानीय प्रतिभाओं ने अपनी कला से मंच पर धूम मचा दी। मासूम बच्ची तन्वी वंदना की गणपति वंदना से शुरू हुआ यह कार्यक्रम, रिद्धिमा माहेश्वरी के क्लासिकल डांस और आराध्या वैष्णव की दिल छू लेने वाली गायकी तक पहुंचा। पुलिस योग टीम की प्रस्तुति ने मेले में रोमांच भर दिया, पर पुलिस और प्रशासनिक व्यवस्थाओं में क्या इतना ही ‘अचंभा’ हमें देखने को मिलता है?

नगर निगम ने मेले की व्यवस्थाओं को पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त रखा, पर क्या ये व्यवस्था पूरे सालभर निगम के बाकी कामों में भी देखने को मिलती है? सवाल यही है—कब हमारे जनप्रतिनिधि इस मेले की तरह शहर की सड़कों, सफाई और जनसेवा के मूल कार्यों में भी इतना ही रंग भरेंगे?

कार्यक्रम में राजस्थान सरकार के जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, समाजसेवी रवींद्र श्रीमाली, फतह सिंह राठौड़, महापौर गोविंद सिंह टांक, जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, निगम आयुक्त राम प्रकाश, उपमहापौर पारस सिंघवी आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

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