49वां माइंस सेफ्टी वीक: हिन्दुस्तान जिंक ने खनिकों की सुरक्षा और दक्षता को दिया बढ़ावा

 

उदयपुर। खान सुरक्षा महानिदेशालय, उदयपुर क्षेत्र के तत्वावधान में हिन्दुस्तान जिंक की जावर माइन्स में 49वें खान सुरक्षा सप्ताह का भव्य और सफल समापन हुआ। उदयपुर के जावर स्टेडियम में आयोजित इस समारोह का मुख्य विषय “सुरक्षित सांस, गर्मी से बचाव – सिलिकोसिस और हीट स्ट्रेस की रोकथाम” था। इस आयोजन में क्षेत्र की 450 से अधिक खदानों और 900 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक ध्वजारोहण और सुरक्षा शपथ के साथ की गई।

माइंस इंस्पेक्शन और ट्रेड टेस्ट : माइंस इंस्पेक्शन सप्ताह नवंबर 2025 में आयोजित किया गया था। ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर की खदानों का निरीक्षण 2 से 8 नवंबर तक और अनऑर्गेनाइज्ड खदानों का निरीक्षण 9 से 15 नवंबर तक संपन्न हुआ। 16 नवंबर को जावर माइन्स में ट्रेड टेस्ट प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 12 ओपन-कास्ट और 16 अंडरग्राउंड ट्रेड में 330 से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया। विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 173 विजेताओं को समापन समारोह में सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा कि, “ हिन्दुस्तान जिंक में, सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और यह सिर्फ एक प्रोटोकॉल नहीं है, बल्कि हमारे संचालन के हर पहलू में गहराई से जुड़ा एक मुख्य मूल्य है। हम अपने सभी साइटों पर सुरक्षा, समावेशन और नवाचार के उच्चतम मानकों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और माइंस सेफ्टी वीक जैसी पहलें तैयारी, टीम वर्क और परिचालन उत्कृष्टता पर हमारे फोकस का शक्तिशाली प्रतिबिंब हैं। निरंतर सुधार, मजबूत शासन और नियामकों और उद्योग निकायों के साथ सहयोग के माध्यम से, हिंदुस्तान जिंक मजबूत, भविष्य के लिए तैयार संचालन बनाने का प्रयास करता है जहां हर शिफ्ट सुरक्षा के साथ शुरू और समाप्त होती है। इस साल सभी महिला टीमों और युवा पेशेवरों की उत्साही भागीदारी विशेष रूप से प्रेरणादायक है, क्योंकि यह हमारे सुरक्षा प्रणालियों को मजबूत करता है और पूरे संगठन में गर्व, स्वामित्व और उद्देश्य की गहरी भावना भी जगाता है।”

मुख्य अतिथियों का मार्गदर्शन : समारोह में मुख्य अतिथि आर.टी. मांडेकर, उप महानिदेशक (उत्तर पश्चिम क्षेत्र), टॉम मैथ्यू, निदेशक खान सुरक्षा, उदयपुर क्षेत्र, अरुण मिश्रा, सीईओ हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, किशोर कुमार एस, सीओओ हिन्दुस्तान जिंक, विशाल गोयल, उप निदेशक उदयपुर क्षेत्र, लालूराम मीणा, मुख्य सचिव जावर माइन मजदूर संघ समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

विशाल गोयल ने कहा कि इस प्रतियोगिता ने संगठित और असंगठित दोनों खनन क्षेत्रों के प्रतिभागियों को व्यावहारिक सुरक्षा और तकनीकी कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान किया। हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने अपने संबोधन में सुरक्षा को संगठन का सर्वोच्च मूल्य बताते हुए कहा कि कंपनी हर साइट पर सुरक्षा, समावेशन और नवाचार को प्राथमिकता देती है।

सुरक्षा जागरूकता और नवाचार प्रदर्शन : कार्यक्रम के दौरान लगभग 50 स्टालों का उद्घाटन और अवलोकन किया गया, जिनमें खदानों में अपनाई जा रही नई तकनीकें, सर्वोत्तम प्रथाएं और कार्यस्थल सुरक्षा से जुड़ी पहलें प्रदर्शित की गईं। कर्मचारियों ने सुरक्षा पर आधारित नाटकों और लोक नृत्यों के माध्यम से सुरक्षा संदेश को जीवंत किया।

ध्वज हस्तांतरण और अगला आयोजन : सुरक्षा सप्ताह का ध्वज जेके लक्ष्मी सीमेंट को सौंपा गया, जो अगले वर्ष के आयोजन की मेजबानी करेगा। हिन्दुस्तान जिंक के प्रबंधन, कर्मचारियों और यूनियन नेताओं ने सुरक्षा मानकों को बनाए रखने की शपथ ली।

उत्कृष्ट खानों और विजेताओं की सूची : कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खदानों और टीमों को सम्मानित किया गया। इसमें शामिल हैं:

यशिका ग्रेनाइट आर 4 क्लस्टर, राजसमंद – सेमी-मैकेनाइज्ड ओपनकास्ट बी2 श्रेणी

ताकड़िया का गुड़ा लाइमस्टोन खदान, अल्ट्राटेक बिड़ला व्हाइट – सेमी-मैकेनाइज्ड ओपनकास्ट बी1 श्रेणी

धनलक्ष्मी सोपस्टोन और डोलोमाइट खदान, खैतान बिजनेस कॉर्पोरेशन – मैनुअल अंडरग्राउंड बी3 श्रेणी

मोरवाड़ मार्बल खदान, आरके मार्बल प्राइवेट लिमिटेड – मैकेनाइज्ड ओपनकास्ट (मार्बल) ए3 श्रेणी

आदित्य लाइमस्टोन खदान, आदित्य सीमेंट वर्क्स – मैकेनाइज्ड ओपनकास्ट (मार्बल) ए1 श्रेणी

मोचिया लेड और जिंक खदान, हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड – मेटालिफेरस मैकेनाइज्ड अंडरग्राउंड

49वें माइंस सेफ्टी वीक ने खान सुरक्षा महानिदेशालय के वार्षिक उद्देश्यों और हिन्दुस्तान जिंक के “सुरक्षा-प्रथम” सिद्धांत को सफलतापूर्वक सुदृढ़ किया। कार्यक्रम ने दिखाया कि सामूहिक सतर्कता और सुरक्षा जागरूकता सिलिकोसिस और हीट स्ट्रेस जैसे खतरों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हिन्दुस्तान जिंक आगामी वर्षों में भी इस गति को बनाए रखते हुए जीरो-एक्सीडेंट संचालन और श्रमिकों की भलाई को प्राथमिकता देगा।

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