हिन्दुस्तान जिंक ने आंध्र प्रदेश में टंगस्टन ब्लॉक हासिल कर मजबूत किया अपना ग्रोथ पाथ

नई दिल्ली। भारत की एकमात्र और दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने अपनी विकास यात्रा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि जोड़ते हुए आंध्र प्रदेश में टंगस्टन और संबंधित खनिज ब्लॉक के लिए आधिकारिक रूप से सफल बोलीदाता का दर्जा प्राप्त कर लिया है। राज्य सरकार से कंपोजिट लाइसेंस का औपचारिक अनुदान कंपनी के खनिज विस्तार कार्यक्रम को नई गति देने वाला कदम है।

यह उपलब्धि न केवल हिन्दुस्तान जिंक के देशव्यापी अन्वेषण पोर्टफोलियो को मजबूत बनाती है, बल्कि कंपनी को जिंक, लेड तथा सिल्वर से आगे बढ़कर महत्वपूर्ण और उच्च-मूल्य वाले स्ट्रैटेजिक मिनरल्स के क्षेत्र में भी अग्रणी स्थान दिलाती है। टंगस्टन जैसे महत्त्वपूर्ण खनिज का अधिग्रहण उन्नत विनिर्माण, रक्षा उत्पादन, एयरोस्पेस और हाई-टेक इंडस्ट्रीज की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए कंपनी की दूरदर्शी रणनीति को दर्शाता है।

देश की मिनरल सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम

इस वर्ष की शुरुआत में केंद्र सरकार द्वारा आयोजित प्रतिस्पर्धी नीलामी में हिन्दुस्तान जिंक को पसंदीदा बोलीदाता के रूप में चुना गया था। अब आवश्यक कानूनी अनुमोदन और दस्तावेजी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद, कंपोजिट लाइसेंस का औपचारिक अनुदान कंपनी के लिए स्ट्रैटेजिक माइनरल्स पोर्टफोलियो को विस्तारित करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।

यह कदम ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन के अनुरूप देश में महत्वपूर्ण खनिजों की उपलब्धता बढ़ाने और उन्नत औद्योगिक क्षमताओं को समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

टॉप लीडरशिप का विजन: जिम्मेदार अन्वेषण और भविष्य की तैयारी

हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने इस प्रतिष्ठित उपलब्धि पर कहा-“यह उपलब्धि जिम्मेदार अन्वेषण, तकनीकी श्रेष्ठता और सभी हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य सृजन की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है। टंगस्टन ब्लॉक का अधिग्रहण भारत को रणनीतिक और महत्वपूर्ण खनिजों में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हिन्दुस्तान जिंक की यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।”

उनके अनुसार, कंपनी भविष्य में भी उन सभी धातुओं और खनिजों का अन्वेषण एवं विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिनकी भारत को भविष्य के लिए तैयार और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने के लिए आवश्यकता है।

कंपनी की दीर्घकालिक खनिज रणनीति को मिली नई दिशा

टंगस्टन ब्लॉक का अधिग्रहण हिन्दुस्तान जिंक की दीर्घकालिक खनिज रणनीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इससे कंपनी के संसाधन आधार को और मजबूती मिलेगी, अन्वेषण क्षमताओं का दायरा बढ़ेगा, भारत के महत्वपूर्ण खनिज ढांचे में कंपनी की भूमिका और सशक्त होगी, और वैश्विक माइनिंग सेक्टर में हिन्दुस्तान जिंक की नेतृत्व क्षमता और मजबूत होगी।

सतत एवं जिम्मेदार विकास की दिशा में आगे बढ़ता कदम

यह उपलब्धि न केवल कंपनी की विकास दर और विविधीकरण रणनीति को गति देती है, बल्कि उसे भारत के खनिज एवं प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में एक सस्टेनेबल, जिम्मेदार और भविष्य-केंद्रित नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित करती है।

हिन्दुस्तान जिंक का यह कदम देश की मिनरल सुरक्षा, औद्योगिक प्रगति और आर्थिक मजबूती में अहम योगदान देने के साथ-साथ भविष्य के लिए एक मजबूत आधार तैयार करता है।

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