न्यूयॉर्क।अयूएस ओपन 2025 का फ़ाइनल टेनिस प्रेमियों के लिए कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। एक ओर कोर्ट पर स्पेनिश सनसनी कार्लोस अल्कारेज़ ने इटली के यानिक सिनर को 6-2, 3-6, 6-1, 6-4 से हराकर खिताब अपने नाम किया, वहीं स्टेडियम के बाहर और अंदर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी ने माहौल को राजनीतिक रंग दे दिया। तालियों और हूटिंग के मिले-जुले स्वागत से यह मुकाबला सिर्फ खेल की वजह से ही नहीं, बल्कि राजनीतिक चर्चाओं के कारण भी सुर्खियों में आ गया।
अल्कारेज़ की जीत : उभरते युग का संकेत
सिर्फ 22 वर्ष की उम्र में कार्लोस अल्कारेज़ अब टेनिस के इतिहास में ब्योर्न बोर्ग के बाद वह खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने छह ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम किए हैं। यह उपलब्धि उन्हें न सिर्फ मौजूदा दौर का सबसे सफल युवा खिलाड़ी बनाती है, बल्कि आने वाले दशक में खेल पर उनके दबदबे की भविष्यवाणी भी करती है।
मैच की शुरुआत से ही अल्कारेज़ ने आक्रामक रवैया अपनाया। उनकी तेज़ और सटीक सर्विस ने सिनर को डिफेंसिव खेलने पर मजबूर कर दिया। पहला सेट 6-2 से जीतकर उन्होंने यह साफ कर दिया कि वह अपने खेल के शिखर पर हैं। हालांकि दूसरा सेट 3-6 से गंवाने के बाद लगा कि मुकाबला और लंबा चलेगा, लेकिन तीसरे और चौथे सेट में उनकी रणनीति ने सिनर को बैकफुट पर धकेल दिया।
डेढ़ घंटे से ज़्यादा चले इस फ़ाइनल में अल्कारेज़ ने कोर्ट पर ऊर्जा, आत्मविश्वास और धैर्य का बेहतरीन मिश्रण पेश किया।
यानिक सिनर : चुनौती अधूरी रह गई
इटली के 24 वर्षीय यानिक सिनर से उम्मीदें बहुत थीं। उनकी फॉर्म शानदार थी और कई विशेषज्ञों ने उन्हें खिताब का प्रबल दावेदार माना था। दूसरे सेट की जीत ने दर्शकों को भी यह भरोसा दिला दिया था कि वह मुकाबले को पांच सेट तक खींच सकते हैं। लेकिन तीसरे सेट में अल्कारेज़ की अप्रत्याशित रफ्तार और आक्रामक बैकहैंड शॉट्स ने सिनर को संभलने का मौका ही नहीं दिया।
सिनर ने स्वीकार किया कि अल्कारेज़ की सर्विस ने उन्हें हैरान किया। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, “कार्लोस आज बेहद मजबूत थे। मैंने पूरी कोशिश की, लेकिन उनकी गति और रणनीति को भेदना मुश्किल था। मुझे यकीन है कि हम दोनों की यह प्रतिद्वंद्विता आगे भी रोमांचक रहेगी।”
नया नंबर वन और ऐतिहासिक सफ़र
इस जीत के साथ अल्कारेज़ ने न सिर्फ यूएस ओपन अपने नाम किया बल्कि विश्व रैंकिंग में भी पहला स्थान हासिल कर लिया।
यह उपलब्धि उन्हें आधुनिक टेनिस का चेहरा बना देती है। टेनिस विश्लेषकों का मानना है कि अल्कारेज़ की शैली—जिसमें क्लासिकल टेनिस और आधुनिक एथलेटिसिज़्म का संतुलन है—आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा होगी।
वह अब तक जिन छह ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं, उनमें तीन हार्ड कोर्ट, दो क्ले और एक ग्रास शामिल हैं। यानी वह ऑल-राउंडर खिलाड़ी बनकर उभरे हैं। उनकी यह बहुमुखी प्रतिभा उन्हें रोजर फेडरर, राफेल नडाल और नोवाक जोकोविच की श्रेणी में खड़ा कर रही है।
ट्रंप की मौजूदगी : हूटिंग और विवाद
फ़ाइनल मैच के दौरान कोर्ट पर जितना रोमांच था, उतना ही दिलचस्प नज़ारा स्टेडियम के बाहर दिखा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस मैच को देखने पहुंचे।
उनकी मौजूदगी से सुरक्षा इंतज़ाम कड़े कर दिए गए। स्कैनर और अतिरिक्त जांच के कारण फ़ैन्स को स्टेडियम में दाख़िल होने में देरी हुई। मैच भी निर्धारित समय से आधे घंटे बाद शुरू हो सका।
दर्शकों का रिएक्शन भी मिला-जुला रहा। कुछ लोग ट्रंप के आगमन पर तालियाँ बजा रहे थे, तो कई ने हूटिंग शुरू कर दी। यह हूटिंग केवल स्टेडियम के अंदर ही नहीं, बल्कि बाहर इकट्ठा हुई भीड़ में भी सुनाई दी।
विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिकी समाज में ट्रंप को लेकर गहरी राजनीतिक ध्रुवीकरण की स्थिति बनी हुई है। यही कारण था कि एक खेल आयोजन में भी उनकी मौजूदगी विवाद और बहस का विषय बन गई।
25 साल बाद राष्ट्रपति की मौजूदगी
ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले 25 सालों में पहली बार कोई मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति यूएस ओपन फ़ाइनल में शामिल हुआ। इस लिहाज़ से यह ऐतिहासिक था। लेकिन खेल प्रेमियों के लिए यह “खुशगवार सरप्राइज़” नहीं बन सका क्योंकि सुरक्षा कारणों से उन्हें दिक्कत झेलनी पड़ी।
कई दर्शकों ने सोशल मीडिया पर शिकायत की कि लंबी कतारों और जांच प्रक्रिया ने उनका मैच अनुभव बिगाड़ दिया। एक फ़ैन ने लिखा, “हम टिकट खरीदते हैं टेनिस देखने के लिए, न कि सुरक्षा बाधाओं से जूझने के लिए।”
खेल और राजनीति का टकराव
आमतौर पर खेल आयोजनों को राजनीति से दूर रखने की कोशिश की जाती है। लेकिन न्यूयॉर्क के आर्थर ऐश स्टेडियम में यह संभव नहीं हो पाया। अल्कारेज़ की जीत जितनी हेडलाइन बनी, ट्रंप की हूटिंग भी उतनी ही वायरल हो गई।
यह पहली बार नहीं है जब अमेरिकी राष्ट्रपति किसी खेल आयोजन में विवादों के केंद्र बने हों। इससे पहले भी बेसबॉल और फ़ुटबॉल मैचों में ट्रंप को हूटिंग का सामना करना पड़ा था। लेकिन टेनिस जैसे खेल में ऐसा होना कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था।
भविष्य की झलक : अल्कारेज़ बनाम सिनर
हालांकि इस मैच का नतीजा अल्कारेज़ के पक्ष में गया, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले वर्षों में अल्कारेज़ और सिनर की प्रतिद्वंद्विता टेनिस जगत को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी। दोनों की उम्र कम है, दोनों के खेल में विविधता है और दोनों की फिटनेस बेहतरीन है।
यह मुकाबला भविष्य की “फेडरर बनाम नडाल” जैसी क्लासिक प्रतिद्वंद्विता की झलक दिखाता है।
यूएस ओपन 2025 का यह फ़ाइनल खेल और राजनीति के संगम का एक अनोखा उदाहरण बन गया।
कार्लोस अल्कारेज़ ने जहाँ कोर्ट पर अपनी बेमिसाल जीत और नए विश्व नंबर वन बनने का जश्न मनाया, वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी ने आयोजन को राजनीति से जोड़ दिया।
दर्शकों के लिए यह फ़ाइनल न सिर्फ टेनिस के रोमांच का अनुभव था बल्कि अमेरिकी समाज की ध्रुवीकृत राजनीति का आईना भी साबित हुआ। आने वाले समय में टेनिस प्रेमियों को अल्कारेज़-सिनर की नई कहानियाँ मिलेंगी, लेकिन यह फ़ाइनल हमेशा याद रखा जाएगा कि कैसे एक युवा चैंपियन के साथ-साथ एक राष्ट्रपति की हूटिंग भी सुर्खियाँ बन गई।
About Author
You may also like
-
OTT Highlights This Weekend: Top Tamil and Telugu Releases Like They Call Him OG, Accused Hit Streaming Platforms
-
FC Goa fall short 1-2 against Al-Nassr in AFC Champions League 2 clash
-
India vs Australia, 2nd ODI Live: Rohit Sharma dismissed for 73 as India reach 135/3 in Adelaide
-
डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने सपरिवार राज्यपाल कटारिया से मुलाकात की, पारस्परिक पारिवारिक संबंधों पर चर्चा की
-
डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ और हरितराज सिंह मेवाड़ ने महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर मेवाड़ में सुख-समृद्धि की कामना की