हैदराबाद त्रासदी : चारमीनार के पास भीषण आग में 17 की मौत, पीएम मोदी और सीएम रेवंत रेड्डी ने जताया शोक

हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के ऐतिहासिक चारमीनार के पास स्थित गुलजार हाउस क्षेत्र रविवार को दिल दहला देने वाले हादसे का गवाह बना। यहां एक व्यावसायिक और रिहायशी इमारत में भीषण आग लगने से 17 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से झुलस गए। यह आग उस समय लगी जब इमारत में करीब 30 लोग मौजूद थे, जिनमें से अधिकांश मोती व्यापार से जुड़े लोग और उनके परिवार के सदस्य थे।

आग से मची तबाही: दमकल की 8 गाड़ियाँ तैनात

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग सबसे पहले ग्राउंड फ्लोर स्थित मोदी पर्ल्स नामक मोती की दुकान में लगी। यह आग कुछ ही मिनटों में पहली मंजिल तक फैल गई, जहां व्यापारी और उनके कर्मचारी परिवार सहित रहते थे। दमकल विभाग की कुल आठ गाड़ियों को आग बुझाने के लिए मौके पर भेजा गया, लेकिन भीड़भाड़ और संकरी गलियों के कारण राहत और बचाव कार्य में कठिनाई आई।

घटना के समय इमारत के अंदर रह रहे कई लोग धुएं के कारण बेहोश हो गए, और उन्हें बाहर निकालने में विशेष प्रयास करने पड़े। दमकलकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए कई लोगों को समय रहते सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन कुछ को नहीं बचाया जा सका।

पीएम मोदी ने जताया दुख, किया मुआवजे का ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये तथा घायलों के लिए 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की। पीएमओ द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया:

“हैदराबाद की आग की घटना से बहुत दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। पीएमएनआरएफ से आर्थिक सहायता दी जाएगी।”

केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी का दौरा

घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए त्वरित राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा:

“हादसे का स्थल देखा। अधिकारियों से चर्चा कर तात्कालिक चिकित्सा और सहायता सुनिश्चित करने को कहा है। केंद्र सरकार हर संभव मदद देगी। साथ ही राज्य सरकार से अपील करता हूं कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए अग्नि सुरक्षा ऑडिट और नियमों को सख्ती से लागू किया जाए।”

राज्य सरकार भी सक्रिय, सीएम रेवंत रेड्डी का निर्देश

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हादसे पर गहरा दुख जताया और राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री स्वयं पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं और प्रत्येक प्रभावित को सहायता देने की कोशिश की जा रही है।

स्थानीय लोगों में रोष, लापरवाही का आरोप

हादसे के बाद क्षेत्रीय निवासियों में भारी आक्रोश देखा गया। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि गुलजार हाउस क्षेत्र अत्यधिक भीड़भाड़ वाला इलाका है, जहां वर्षों से अग्नि सुरक्षा के नियमों की अनदेखी हो रही है। इमारतों में अग्निशमन यंत्र नहीं हैं और निकासी के पर्याप्त रास्ते भी नहीं हैं। लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई और नियमित अग्नि सुरक्षा जांच की मांग की है।

विशेष टीम करेगी जांच

राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित करने के संकेत दिए हैं, जो यह पता लगाएगी कि आग लगने की वजह क्या थी और क्या किसी स्तर पर लापरवाही बरती गई। शुरुआती अंदेशा शॉर्ट सर्किट का है, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट जांच के बाद ही आएगी।

मृतकों की पहचान और पीड़ित परिवारों की पीड़ा

मृतकों में अधिकतर वही लोग हैं जो व्यापारी के परिवार से जुड़े थे। उनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। अस्पताल प्रशासन ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शोक में डूबे परिजनों की आंखों में आंसू और चेहरे पर गहरा दुख देखा जा सकता है।

समाज सेवी संगठनों ने बढ़ाया मदद का हाथ

घटना के बाद कई स्थानीय और राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन पीड़ित परिवारों की मदद के लिए आगे आए हैं। खाने-पीने की चीजें, कपड़े और तात्कालिक सहायता के रूप में राहत सामग्री प्रदान की जा रही है।


यह हादसा हमें चेतावनी देता है…

हैदराबाद में घटी यह दर्दनाक घटना न केवल प्रशासनिक लापरवाही की ओर इशारा करती है, बल्कि यह भी बताती है कि शहरी इलाकों में अग्नि सुरक्षा को लेकर कितनी उपेक्षा बरती जा रही है। यदि समय रहते सही उपाय न किए गए, तो ऐसे हादसे बार-बार दोहराए जाते रहेंगे।

अब वक्त है कि राज्य और केंद्र सरकारें मिलकर शहरी संरचनाओं की सुरक्षा और जीवन रक्षा के उपायों पर ठोस कदम उठाएं। मृतकों की आत्मा को शांति मिले और पीड़ितों को जल्द राहत—यही पूरे देश की प्रार्थना है।

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