जुबीन गर्ग मौत मामले में 8 दिसंबर को चार्जशीट पेश करेगी एसआईटी : हिमंत बिस्वा सरमा

गुवाहाटी। असम के सुपरस्टार गायक और अभिनेता जुबीन गर्ग की अचानक मौत ने पूरे राज्य को शोक और सदमे की गहरी लहरों से भर दिया था। अब इस संवेदनशील मामले में एक अहम मोड़ सामने आया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि मौत की जांच से जुड़ी चार्जशीट 8 दिसंबर को अदालत में दाखिल की जाएगी, और इस रिपोर्ट के साथ “सच अपने पूरे रूप में सामने आएगा।”

पत्रकारों के सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, “असम के सांस्कृतिक आइकन जुबीन गर्ग को 8 दिसंबर को इंसाफ मिलेगा। एसआईटी इसी दिन चार्जशीट जमा करेगी, जिसमें कई ऐसे तथ्य होंगे जो अब तक सामने नहीं आए।’’

उन्होंने उन सभी को भी करारा जवाब दिया जिन्होंने जांच की गति और क्षमता पर सवाल उठाए थे। सरमा ने दृढ़ स्वर में कहा कि “8 दिसंबर के बाद हर किसी को समझ में आ जाएगा कि हमारी सरकार जब कोई बात कहती है, तो उसे पूरा भी करती है।”

‘रोई रोई बिनाले’ की पायरेसी पर सख्त रुख

इस बीच राज्य सरकार ने पुलिस विभाग को कड़े निर्देश दिए हैं कि यदि कोई भी व्यक्ति जुबीन गर्ग की आख़िरी फिल्म ‘रोई रोई बिनाले’ को पायरेसी के ज़रिए ऑनलाइन अपलोड या डाउनलोड करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।

31 अक्टूबर को रिलीज़ हुई इस फिल्म को बिना अनुमति के सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स पर साझा किए जाने की शिकायतें मिल रही थीं। सरकार ने जनता से अपील की है कि वे ऐसी ग़ैर-क़ानूनी गतिविधियों से दूर रहें और यदि कहीं पायरेसी होती दिखे तो तुरंत नज़दीकी पुलिस स्टेशन में सूचना दें।

सिंगापुर में डाइविंग के दौरान हुई थी मौत

मालूम हो कि जुबीन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान मौत हो गई थी। उनकी मौत के तुरंत बाद यह मामला रहस्य और सवालों से घिर गया था, जिसके बाद सरकार ने एसआईटी और सीआईडी को संयुक्त रूप से जांच सौंप दी थी।

दोनों एजेंसियां पिछले कई हफ्तों से अंतरराष्ट्रीय मेडिकल रिपोर्ट, घटना स्थल की परिस्थितियों और अन्य तकनीकी पहलुओं पर काम कर रही हैं।

असम में अब भी भारी सदमा

जुबीन गर्ग का नाम सिर्फ एक कलाकार का नहीं, बल्कि असम की सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक माना जाता है। उनकी आवाज़, उनका अभिनय और उनकी रचनात्मकता ने पीढ़ियों को प्रभावित किया। उनकी अचानक मौत ने परिवार और मित्रों के साथ-साथ पूरे असम—और देशभर के लाखों प्रशंसकों—को भीतर तक हिला दिया।

सरकार और जांच एजेंसियों के बयान के बाद अब सभी की निगाहें 8 दिसंबर पर टिक गई हैं, जब इस रहस्यमयी मौत से जुड़े कई सवालों के जवाब सामने आने की उम्मीद है।

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