यूं समझिए बतौर प्रशासक चंडीगढ़ (यूटी) के तो सीएम होंगे कटारिया…

पंजाब के नए राज्यपाल कटारिया का चंडीगढ़ में भव्य स्वागत, राजभवन में गार्ड ऑफ ऑनर, शपथ ग्रहण आज

उदयपुर। पंजाब के नवनियुक्त राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया बतौर प्रशासक चंडीगढ़ (यूटी) में मुख्यमंत्री की तरह काम कर पाएंगे। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और उनकी पत्नी अनीता कटारिया का चंडीगढ़ में भव्य स्वागत किया गया। मंगलवार को उनके आगमन पर राजभवन में अधिकारियों ने गर्मजोशी से उनका अभिनंदन किया और पंजाब पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया। आज, बुधवार को, कटारिया राज्यपाल पद की शपथ लेंगे। कटारिया के शपथ ग्रहण में शामिल हाेने के लिए उदयपुर विधायक ताराचंद जैन समेत कई नेता भी चंडीगढ़ पहुंच गए हैं।

कटारिया और उनकी पत्नी जब शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरे, तो कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा और अमन अरोड़ा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान, मंत्री, विधायक और पंजाब और यूटी के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।

राजभवन पहुंचने पर मुख्य सचिव अनुराग वर्मा, राज्यपाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव के. शिव प्रसाद, यूटी प्रशासक के सलाहकार राजीव वर्मा, और पंजाब डीजीपी गौरव यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने कटारिया का स्वागत किया। यह दृश्य बेहद खास था, जिसमें कटारिया का अभिवादन करने के लिए सभी अधिकारी एकत्रित हुए थे।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पहले ही कटारिया का स्वागत करने और उनके साथ मिलकर पंजाब की बेहतरी के लिए काम करने का वादा किया था। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नए राज्यपाल अपने पद के अधिकारों की पूरी तरह से रक्षा करेंगे और प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

राजनीतिक सफर : गुलाब चंद कटारिया का राजनीतिक सफर अत्यंत प्रगतिशील रहा है। उन्होंने उदयपुर और बड़ी सादड़ी से विधायक के रूप में सेवाएं दीं। उदयपुर से 2003 से 2019 तक लगातार विधायक चुने गए और दो बार राजस्थान के गृहमंत्री रहे। इसके अलावा वे शिक्षामंत्री, पंचायती राज और पीडब्ल्यूडी मंत्री भी रहे। वे 9वीं लोकसभा के सदस्य भी रहे।

कटारिया का जन्म 13 अक्तूबर 1944 को राजस्थान के उदयपुर में हुआ था। 1977 में उन्होंने पहली बार 6वीं राजस्थान विधानसभा के लिए नामांकन भरा और विजय हासिल की। 1980 में 7वीं राजस्थान विधानसभा के चुनाव में भी वे जीतकर दूसरी बार विधायक बने। उन्होंने राजस्थान विधानसभा में प्राक्कलन समिति के सदस्य के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कटारिया के इस भव्य स्वागत और उनकी राजनीतिक यात्रा की कहानियाँ निश्चित रूप से प्रेरणादायक हैं और उनकी नई भूमिका में उनके नेतृत्व से पंजाब को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने की उम्मीद है।

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