सांसद रावत पंहुचे प्रदर्शन करने वालो के बीच, मुख्यमंत्री को भेजी रिपोर्ट- जावर माइंस क्षेत्र में कानून- व्यवस्था बिगड़ने की आशंका व्यक्त की


उदयपुर। सांसद डॉ. मन्ना लाल रावत ने जावर माइन्स क्षेत्र में विगत कई दिनों से स्थानीय नागरिकों द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर दिए जा रहे धरने प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में सांसद ने क्षेत्र में कानून- व्यवस्था बिगड़ने का अंदेशा व्यक्त किया है। सांसद ने कहा कि
ट्रेड यूनियन का एक नेता अवैध रूप से पैसे लेकर बाहरी लोगों को नौकरी पर रख रहा है। इसी प्रकार कुछ स्थानीय नेता भी इसी प्रकार की दलाली का कार्य कर रहे है। दबी आवाज में यह बात भी सामने आई है कि हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के कुछ कार्मिक जो केरल एवं पश्चिमी बंगाल से आते हैं। वे आस-पास की बस्तियों में धर्मान्तरण का कार्य भी कर रहे है। जो कि काफी संवेनशील मुद्धा है, जिससे क्षेत्र में कानून- व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति में है। क्षेत्र में जिंक के प्रबंधन एवं इंटक नेताओं के प्रति बहुत भारी असंतोष नजर आ रहा है।
 उच्च स्तरीय समिति गठित करने की मांग की…
सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने मुख्यमंत्री को भेजी अपनी रिपोर्ट में एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने की आवश्यकता बताई है। जिसमें प्रशासन, माईनिंग, प्रदूषण नियंत्रण, शिक्षा एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों के दल को शामिल करने की बात कही है। साथ ही उनसे  प्राप्त सुझावों से इस प्रकरण का स्थायी समाधान करने को कहा है। जिससे क्षेत्र में कानून व्यवस्था बिगड़ने की संभावित स्थिति को रोका जा सकेगा।
 इससे पूर्व सांसद डॉ. रावत रविवार को जावर माइंस  क्षेत्र में धरने- प्रदर्शन पर बैठे ग्रामीणों के बीच पंहुचे। उनकी मांगों व परेशानियों को लेकर चर्चा की। इस दौरान जो प्रमुख बिंदु निकल कर आए, उन्हें अपनी रिपोर्ट में शामिल कर मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
 रिपोर्ट में बताई परेशानियां, जिनका समाधान आवश्यक है।


– लम्बे समय से हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा स्थानीय लोगो को रोजगार देने में उपेक्षा की जा रही है।
– वर्षा के दिनों में क्षेत्र में टेलिंग डेम वाले हिस्से से मिनरल्स पानी में घुलकर क्षेत्र में कुओं, खेतों एवं गांवों की सड़कों पर फैल रहा है। जिससे क्षेत्र में सभी ओर कीचड़ एवं प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो गई है।  गर्मियों के दिनों में क्षेत्र में अत्यधिक मात्रा में धूल कण उड़ते रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों की भारी संख्या में बीमार होने की भी जानकारी मिली है। इस कारण क्षेत्र का पानी प्रदूषित हो रहा है तथा कृषि योग्य भूमि बंजर हो रही है।
– वर्ष 2014 में  स्थानीय छह- सात ग्राम पंचायतों की ग्राम सभाओं के साथ हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं देने का लिखित करार किया गया था। जिसकी पालना जिंक प्रबंधन की ओर से आज दिनांक तक नहीं किए जाने की जानकारी सामने आई है।
 -हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा क्षेत्र में पूर्व में एक केन्द्रीय विद्यालय, एक हॉस्पीटल एवं आई.टी. आई केन्द्र संचालित किया जाता था। उसे विगत वर्षों में  बंद कर दिया गया, जिससे स्थानीय लोगों में रोष है।
-हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा आयोजित कुमार मंगलम अखिल भारतीय प्रतियोगिता में स्थानीय युवाओं व समुदाय की भागीदारी नहीं दी जा रही है।

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