उदयपुर। उदयपुर होटल एसोसिएशन (एचएयू) ने उदयपुर को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर एक नई ऊँचाई तक पहुँचाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। 13 सितंबर 2024 की शाम को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में आयोजित राजस्थान डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट (आरडीटीएम) के उद्घाटन समारोह के दौरान, एचएयू के उपाध्यक्ष यशवर्धन राणावत ने उप मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री श्रीमती दीया कुमारी से मुलाकात की।
इस महत्वपूर्ण मुलाकात के दौरान, एचएयू ने दो प्रमुख मांगें रखीं:
- उदयपुर को यूनेस्को विश्व धरोहर शहर के रूप में नामांकित करने का अनुरोध: उदयपुर, जो अपनी राजसी वास्तुकला, झीलों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, विश्व स्तर पर एक अनूठा शहर है। यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में इसका शामिल होना न केवल शहर की ऐतिहासिक धरोहर को मान्यता देगा, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे और अधिक लोकप्रिय बनाएगा, जिससे यहाँ पर्यटन को नई ऊँचाई मिलेगी।
- उदयपुर में पर्यटन से जुड़े लाइसेंसिंग, बुनियादी ढांचे और विकास के मुद्दों को सुव्यवस्थित करने का अनुरोध: एचएयू ने शहर में पर्यटन के सुचारू विकास के लिए प्रशासनिक प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। लाइसेंसिंग में हो रही देरी, बुनियादी ढांचे की कमी, और कई विकासात्मक परियोजनाओं की धीमी प्रगति को सुलझाने की माँग की गई।
हालांकि, श्रीमती दीया कुमारी समारोह में बहुत कम समय के लिए उपस्थित थीं, लेकिन उन्होंने एचएयू द्वारा उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से सुना और तुरंत इन पर विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि ये मुद्दे न केवल उदयपुर बल्कि राजस्थान के पर्यटन विकास के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने एचएयू के प्रतिनिधि यशवर्धन राणावत को नए पर्यटन सचिव श्री रवि जैन से मुलाकात करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि जैन इन मामलों पर विस्तृत चर्चा कर सकते हैं और त्वरित समाधान निकालने में सहायक होंगे।
उदयपुर के पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस मुलाकात के बाद एचएयू के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कहा कि यह कदम उदयपुर के पर्यटन विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। एचएयू के अध्यक्ष सुदर्शन देव सिंह कारोही और वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने कहा कि उदयपुर के विकास और उसकी धरोहर को विश्व पटल पर लाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यदि उदयपुर को यूनेस्को विश्व धरोहर शहर का दर्जा मिलता है, तो यह न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि शहर के संरक्षण और विकास के लिए नए संसाधन भी उपलब्ध कराएगा।
इसके साथ ही, पर्यटन के बढ़ते दबाव के बीच शहर में आधुनिक सुविधाओं, बेहतर बुनियादी ढांचे और प्रशासनिक प्रक्रियाओं की सुगमता से न केवल पर्यटकों बल्कि स्थानीय व्यवसायों को भी लाभ होगा।
इस मुलाकात को एचएयू ने एक महत्वपूर्ण सफलता माना है, और उम्मीद जताई है कि आने वाले समय में उदयपुर को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी।
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