
फोटो : कमल कुमावत
उदयपुर। बीजेपी शहर जिला की ओर से आयोजित होली मिलन समारोह में सियासत के कई रंग देखने को मिले। इस आयोजन में मौजूदगी और गैर-मौजूदगी, दोनों ने ही राजनीतिक समीकरणों को नए सिरे से गढ़ने का काम किया।
समारोह में अफसरों की भागीदारी ने जहां सवाल खड़े किए, वहीं कुछ नेताओं की गैरमौजूदगी ने चर्चाओं को हवा दी। खास बात यह रही कि पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया इस कार्यक्रम में नजर नहीं आए, जिससे कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं।
जो नेता इस समारोह में शरीक हुए, उन्होंने अपनी उपस्थिति से राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन किया। लेकिन जो नहीं आए, उन्होंने एक अलग ही संदेश दिया। खासकर अवसरवादी और दोगले नेताओं की मौजूदगी ने यह दिखा दिया कि राजनीति में रिश्तों का रंग कब बदल जाए, कोई भरोसा नहीं।
होली के इस मिलन समारोह की तस्वीरों ने इस बात को भी उजागर कर दिया कि बीजेपी में सियासी खेमेबंदी कितनी गहरी हो चुकी है। अब देखना यह होगा कि यह समीकरण आने वाले चुनावों में क्या गुल खिलाते हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता मांगीलाल जोशी, विधायक ताराचंद जैन, अतूल चंडालिया भी शामिल थे। रवींद्र श्रीमाली समेत अन्य नेता उपस्थित नहीं थे।

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