प्रो. विजय श्रीमाली की स्मृति में विविध कार्यक्रम

महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के पूर्व कुलपति एवं शिक्षाविद प्रो. विजय श्रीमाली की पांचवी पुण्यतिथि पर शहर भर में विविध संगठनों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किये गए। संस्कार भवन टाइगर हिल में प्रातः श्रद्धान्जलि अर्पित करने के लिए पुष्पांजलि का कार्यक्रम हुआ।
प्रो. विजय श्रीमाली फाउंडेशन के जतिन श्रीमाली ने बताया कि इस अवसर पर शहर भाजपा जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली एवं राजस्थान के राज्यमंत्री दर्जा जगदीशराज श्रीमाली ने प्रो. श्रीमाली के व्यक्तित्व के बारे में बताया। इस अवसर पर सामाजिक, राजनीतिक एवं शिक्षा क्षेत्र के विशिष्ट जन उपस्थित थे।

पुष्पांजलि कार्यक्रम में प्रो. पीके सिंह, पूर्व विधायक प्रो. मंजू बाघमार, प्रमोद सामर, पारस सिंघवी, अनिल सिंघल, भगवान वैष्णव, धीरज दोषी, प्रो मदन नागोरी, प्रकाश कटारिया, पूर्व पार्षद गिरीश श्रीमाली, राजेन्द्र श्रीमाली एवं अन्य महानुभाव उपस्थित थे।

कार्यक्रम के पश्चात श्री संस्कार भवन संस्थान की और से वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर संस्थान के महामंत्री ओम शंकर श्रीमाली, भावप्रकाश श्रीमाली, गणेश श्रीमाली, जितेंद्र श्रीमाली, देवेंद्र श्रीमाली, नर्बदा शंकर श्रीमाली एवं समाज एवं परिवारजन उपस्थित थे।
सांय प्रो विजय श्रीमाली फाउंडेशन की और से महाराणा भूपाल जनरल हॉस्पिटल में रोगियों एवं उनके परिजनों को भोजन करवाया गया। इस अवसर पर भाजपा नेता राजकुमार चित्तोड़ा, सिद्धार्थ शर्मा, अनिल मेहता, जयंत श्रीमाली, ललित त्रिवेदी, डॉ देवेन्द्र श्रीमाली, भंवर सिंह चौहान आदि उपस्थित थे।

इस अवसर पर रामभक्त उपासक मंडल की ओर से श्री दक्षिणमुखी मंशापूर्ण हनुमान मंदिर रानीरोड पर सामूहिक आरती कर प्रसाद एवं धार्मिक साहित्य वितरित किया गया। कार्यक्रम में रोमित शर्मा, राकेश श्रीमाल उपस्थित थे।
About Author
You may also like
-
महालक्ष्मी दीपोत्सव 2025 (18 से 22 अक्टूबर) : जहां भक्ति का दीप जलता है, वहां लक्ष्मी का वास होता है
-
हिन्दुस्तान ज़िंक ने कायम की मिसाल : रामपुरा अगुचा में हुई इंट्रा जोनल माइन रेस्क्यू प्रतियोगिता 2025 में सुरक्षा और कौशल में स्थापित किया सर्वोच्च मानक
-
इग्गी पॉप से लेकर क्लाइमेट क्राइसिस तक : इस हफ़्ते के सबसे ज़रूरी पॉडकास्ट
-
गुलाबचंद कटारिया : अनुभव, ऊर्जा और उदयपुर की राजनीति का हातिमताई
-
गौरव वल्लभ के व्यक्तित्व का अब वो असर नहीं रहा…भले ही वो प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य बन गए हों