
उदयपुर। उदयपुर की सड़कों पर उस रात एक साज़िश लिखी जा रही थी। 5 लाख रुपये से भरा बैग, एक युवक की भरोसेमंद प्रेमिका और बाइक पर सवार नकाबपोश हमलावर… सबकुछ किसी फिल्मी प्लॉट जैसा लग रहा था। लेकिन यह कहानी असल थी, और इसका पर्दाफाश कर दिया है उदयपुर पुलिस ने।
28 अगस्त की रात, ध्रुव जैन अपनी प्रेमिका पूजा के साथ कार में सफर कर रहे थे। उनके पास था 5 लाख रुपये से भरा बैग, जिसे उनके दोस्त कविश सिंह सोलंकी ने उधार दिया था। ध्रुव को क्या पता था कि जिस लड़की पर वे भरोसा कर रहे हैं, वही उनके साथ खड़े लुटेरों का रास्ता आसान बना रही है।
फतेह स्कूल के पास अचानक गाड़ी रुकती है। एक पल्सर बाइक सर्राटे से आती है। बाइक पर सवार दो युवक – उनमें से एक था अजहर खान। देखते ही देखते ध्रुव पर टूट पड़ते हैं। धक्का-मुक्की, मारपीट और फिर बैग छीनकर फरार। ध्रुव जैन की ज़िंदगी का यह सबसे खतरनाक पल था।
घटना की गूंज पूरे शहर में फैल गई। मामला हाई-प्रोफाइल था और पुलिस-प्रशासन पर दबाव भी। एसपी योगेश गोयल ने तुरंत एक स्पेशल टीम गठित की। तकनीकी निगरानी, खुफिया इनपुट और सटीक घेराबंदी… आखिरकार पुलिस ने अजहर खान को गुलाब बाग गेट के बाहर से दबोच लिया।
पूछताछ में राज़ खुला – ध्रुव की महिला मित्र पूजा और अजहर खान ने मिलकर यह प्लान रचा था। प्रेम और अपराध का ऐसा संगम जिसने भरोसे को ही धोखा बना दिया।
पुलिस ने अजहर के पास से 3 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। लेकिन यह कहानी यहीं खत्म नहीं होती। अजहर कोई सीधा-साधा इंसान नहीं है। उसके खिलाफ पहले से ही हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट समेत 5 संगीन केस दर्ज हैं। पुलिस अब बाकी फरार आरोपियों और पूजा की भूमिका की गहराई से पड़ताल कर रही है।
उदयपुर पुलिस का यह खुलासा सिर्फ एक लूट का पर्दाफाश नहीं, बल्कि एक सबक भी है – कभी-कभी खतरा सबसे करीब से आता है।
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