महिला सशक्तिकरण : राजसमंद जिले में मंडावर की सरपंच प्यारी बाई ने मनरेगा में 100% महिला मेट

महिला सशक्तिकरण का नया संदेश, मण्डावर पंचायत बनी पहली पंचायत, सरपंच प्यारी रावत का नया रिकॉर्ड

राजसमंद। राजस्थान के राजसमंद जिले अंतर्गत भीम पंचायत समिति की ग्राम पंचायत मण्डावर की सरपंच प्यारी कुमारी रावत ने महिला सशक्तिकरण की अनुपम मिसाल पेश करते हुए मनरेगा के सभी कार्यों में महिला मेट को लगा कर एक नया नवाचार किया है । मनरेगा में एक नया प्रयास है जो संभवतया राजसमंद राजस्थान ही नही पूरे भारत में मनरेगा में सौ फीसदी महिला मेट होने का यह पहला रिकॉर्ड है।

मण्डावर सरपंच प्यारी कुमारी रावत ने बताया कि मनरेगा में 95 फीसदी से अधिक महिला श्रमिक काम पर आती है। महिला श्रमिक की समस्यायों, आपसी संवाद को सशक्त बनाने हेतु महिलाओं को मेट बनाने के लिए महिलाओं से सीधा संपर्क किया ।महिला श्रमिक में से सक्रिय महिलाओं को चयन कर ,धीरे-धीरे उन्हें मनरेगा के बारे में बताया। पहली बार जब महिला को मेट को लगाया था तो लोगों का विरोध भी झेलना पड़ा । राजस्थानी परिवेश और संस्कृति में महिलाओं को आगे लाने पर सामाजिक रूप से आलोचना भी झेलनी पड़ी पर आज ग्राम पंचायत मण्डावर के सभी मनरेगा कार्य स्थलों पर शत प्रतिशत महिला मेट लगी है।

इससे महिला श्रमिकों से सीधे संवाद करने उनकी समस्याओं के बारे में जानने, कार्य की गुणवत्ता में काफी सुधार देखने को मिला है।
खास बात यह है कि गांव की सरपंच प्यारी कुमारी तीन विषय में एमए है तथा बीएड कर रखा है। यह 2015 से लगातार दूसरी बार सरपंच है। इनके कार्यकाल में पूर्ण शराबबंदी लागू की गई है एवं विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार किये गए है। वही नरेगा कार्य को संपादित करने वाली कनिष्ठ लिपिक शांता कर्णावट भी बीए बीएड कर रखा है। सरपंच व कनिष्ठ लिपिक की जोड़ी मनरेगा में महिला मेट का नवाचार मण्डावर को राज्य स्तर पर चर्चा में ला दिया है।

गौरतलब है कि मण्डावर ग्राम पंचायत व सरपंच प्यारी कुमारी के कामकाज को लेकर राजस्थान गौरव रत्न, चेंज मेकर ऑफ द ईयर, इंडियन आइकॉन, वुमन अचीवर्स अवार्ड जैसे दो दर्जन से अधिक सरकारी व गैर सरकारी अवार्ड से नवाजा जा चुका है। स्वच्छ भारत मिशन में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हो चुकी है। कोरोना के बेहतरीन प्रबंधन हेतु जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।

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