महाराणा भूपाल अस्पताल में संक्रमण विषयक प्रशिक्षण
उदयपुर। महाराणा भूपाल अस्पताल में सतत प्रक्रिया के तहत रविवार को अस्पताल अधीक्षक डॉ सुमन के नेतृत्व में अस्पताल स्टॉफ के लिए संक्रमण निदान विषयक हैंडस टेªनिंग हुई।
इधर डॉ सुमन ने कहा कि किसी भी अस्पताल में संक्रमण से बचाना खुद को एवं अन्य को एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
अस्पताल में आने वाले इनफेक्शंस से दूसरे मरीजों को नहीं लगे, स्टाफ को नहीं लगे इन सब बातों का ध्यान रखना होता है, नहीं तो गंभीर बीमारी का रूप बन सकता है। इंफेक्शन कंट्रोल एवं प्रिवेंशन की टीम डॉ संध्या, शाहीन बानो, किरण, उमेश, एनबीएच के कोऑर्डिनेटर डॉ शिप्रा, डॉ जमील, बिंदु अल्फांस आदि ने आर्थाे फीमेल वार्ड का राउंड लिया एवं वार्ड स्टाफ को छोटी छोटी चीजों पर ऑडिट के रूप में जानकारी प्रदान की।
इसमें हैंड वॉश करना, ग्लोव पहनना, गाउन, पीपीई किट, इंजेक्शन के बाद नीडल सिरिंज डिस्पोज करना, वार्ड में बायो मेडिकल वेस्ट संधारण आदि विषयों पर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी गई। मरीजों से भी वार्ड में अनावश्यक भीड़ नहीं करने, इधर-उधर नहीं थुकने, कचरा नहीं डालने, मरीज को छूने से पहले या मरीज के कोई भी अवशेष को हाथ लगाने के बाद साबून से हाथ धोने की अपील की। इस तरह की ट्रेनिंग प्रोग्राम इनफेक्शन कंट्रोल टीम के द्वारा पिछले 1 साल से सतत जारी है जो भी एनएबीएच प्रमाणिकता का आधार होता है।
इसी के तहत पूरे वार्ड आईसीयू इंफेक्शन की ऑडिट की जाती है। समय-समय पर कमेटी की एवं वार्ड इंचार्ज फ्लोर इंचार्ज की मीटिंग आयोजित की जाती है। पिछले 1 साल में 54 ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किए गए। जिसके तहत 1346 नर्सिंग स्टाफ एवं 1406 वार्ड बॉय आया, एलटी, एलए, रेडियोग्राफर, फार्मासिस्ट सभी को ट्रेनिंग दी गई। उन्होंने अस्पताल संक्रमण बचाव हेतु ऑटोक्लेव इंचार्ज मिलन पंड्या को अस्पताल पॉलिसी भेंट की और सख्ती से पालन के निर्देश दिए।
About Author
You may also like
-
हिन्दुस्तान ज़िंक लिमिटेड ने की समावेशी भाषा गाइडबुक लॉन्च : सम्मान की भाषा, समानता का सफर, सामाजिक और भावनात्मक दस्तावेज़
-
जंगल के बीच एक जीवनदीप : डॉ. जेके छापरवाल और साथियों की 45 वर्षों की मौन साधना
-
माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली CISF की पहली महिला अधिकारी गीता सामोता को राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने प्रदान किया राष्ट्रपति प्रशंसा पत्र
-
डॉक्टर्स डे : जब जिंदगी ऑपरेशन थिएटर में सांसें गिन रही थी… और एक डॉक्टर ने उम्मीद बचा ली
-
जब अल्फ़ाज़ों ने ओढ़ा श्रृंगार : शायराना उदयपुर की महफ़िल में इश्क़ बोला