उदयपुर। विद्या भवन शिक्षा संदर्भ केंद्र द्वारा ‘समझ के साथ पढ़ना’ अभियान के तहत ‘दोस्त के लिए पुस्तक’ “बुक फॉर फ्रेंड” कार्यक्रम का आगाज बुधवार को विद्या भवन ऑडिटोरियम में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार , पत्रिका संपादक अभिषेक श्रीवास्तव ने किताबों से जुड़े अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि पुस्तकें कभी निराश नहीं करती और नया रास्ता दिखाती है। पुस्तकें सीमाओं के बंधन से मुक्त करती है और हमारे दृष्टिकोण को अग्रगामी बनाती है।
इस अवसर पर विद्या भवन सोसायटी के अध्यक्ष डॉ जितेन्द्र तायलिया ने कहा कि व्यक्ति के विकास में उसकी समझ सबसे महत्वपूर्ण है। यह समझ निर्मित करने में पुस्तकों का सबसे बड़ा योगदान होता है।विद्या भवन के मुख्य संचालक डॉ अनुराग प्रियदर्शी ने कहा कि पढ़ने से भाषा बेहतर होती है जो सफल होने के लिए बहुत आवश्यक है.
विद्या भवन शिक्षा संदर्भ केंद्र के प्रभारी अरुण कुमार ने कहा कि बच्चे अपनी पुस्तक को समय-समय पर किसी अन्य मित्र के साथ अदला-बदली करके पढेंगे। यही प्रक्रिया सभी मित्रों के साथ निरन्तर दोहरायी जाएगी।
विशिष्ट अतिथि गोपाल बम्ब एवं रेवती रमण श्रीमाली ने बच्चों से आग्रह किया कि वे नियमित रूप से अखबार पढ़ें।
विद्यार्थियों मीनाक्षी डांगी, पायल, नीलू भाट, सोनल लोढ़ा, आदित्य , राहुल, निकिता ने पुस्तकों को पढ़ने के महत्व पर विचार रखे।
कार्यक्रम में राजस्थान एवं उत्तराखंड के विभिन्न सरकारी विद्यालयों तथा विद्या भवन के विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सञ्चालन केशव दवे ने किया। संगीता दवे ने गीत प्रस्तुत किया। स्निग्धा दास ने आभार व्यक्त किया।
दोस्त के लिए पुस्तक कार्यक्रम :
इस के तहत बच्चों को एक-एक पुस्तक भेंट की गई। इस वायदे के साथ कि इसे वे अपने सभी दोस्तों के साथ बारी-बारी साझा करेंगे I इन बच्चों को अपने अनुभवों, विचारों और कहानियों को साझा करने के लिए मंच भी प्रदान किया जाएगा I इस परिवर्तनकारी विचार को इस सोच के साथ शुरू किया गया है कि पुस्तकें अलमारियों से निकलकर बच्चों के हाथों तक पहुंचेगी और उनमें पढ़ने की आदत बनेगी I
‘समझ के साथ पढ़ना’ अभियान जनवरी 2024 में उदयपुर बाल पुस्तक महोत्सव से शुरू किया गया, जिसमें लगभग 2500 बच्चों व उनके अभिभावकों ने हिस्सा लिया I यह महोत्सव प्रतिवर्ष जनवरी माह में आयोजित किया जाएगा और उदयपुर की संस्कृति का हिस्सा बनेगा I इसी अभियान के तहत समझ के साथ पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए ‘दोस्त के लिए पुस्तक (Book for friend) योजना शुरू की गई है I इससे बच्चों को अपनी दुनिया फैलाने और किताबों के द्वारा बड़े जगत से रूबरू होने का मौका मिलेगा I इस अभियान के माध्यम से सरकारी स्कूलों में बाल मेला, रीडिंग मेला, दोस्त के लिए किताब जैसी गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी I यह बच्चों को गुणवत्तापूर्ण सामग्री उपलब्ध कराने के साथ उनमें सीखने का आत्मविश्वास बढ़ाएगा I यह बच्चों की आधारभूत शिक्षा को बल प्रदान करते हुए कुशल पाठक बनने और जीवनपर्यंत सीखने के लिए प्रेरित करेगा I
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