
उदयपुर शहर में चाकूबाजी की घटना पर कानून अनुसार हो कार्यवाही
नाबालिगों के आपसी झगड़े के चलते हुई दुखद घटना को सांप्रदायिक रंग देने को बताया राजनीति से प्रेरित
शहरवासियों से धार्मिक सद्भावना बनाए रखने की अपील
उदयपुर। उदयपुर शहर के भटियानी चौराहा स्थित सरकारी विद्यालय में एक छात्र द्वारा दूसरे छात्र को कथित रूप से चाकू मार गंभीर रूप से घायल कर देने की हालिया घटना के बाद शहर में बनी स्थिति पर वाम दलों की उदयपुर शहर की सयुक्त बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से एक छात्र द्वारा दूसरे छात्र की चाकू मार कर घायल कर देने की घटना की कड़ी निंदा की गई और उस पर समयबद्ध तरीके से कानून अनुसार कार्यवाही की मांग की गई। प्रभावित परिवार को उचित मुहावजे की मांग भी उठाई गई। इस तरह की घटना वास्तव में समाज राजनीति, पुलिस और प्रशासन की असफलता है। इस चाकूबाजी की घटना के बाद धारा 163 लगने पर भी जिस तरह से उन्मादी भीड़ ने इकट्ठा हो कर गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया वो प्रशासन की कमजोरी दिखाता हैं, जिससे शहर में माहौल अशांत और तनावपूर्ण हो गया।

इस घटना के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा कल आरोपी नाबालिग का परिवार जिस मकान में किराए पर रहता था उसे बुलडोजर चला ध्वस्त करने की कार्यवाही की माकपा जिला सचिव एवं पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे कानून के राज की जगह जंगल राज कायम करने की दिशा में कदम बढ़ाना बताया। सिंघवी ने कहा कि वन भूमि पर मकान बने होने के आधार पर उसे अतिक्रमण बताते हुए मकान पर बुलडोजर चलाने की कार्यवाही की गई हैं और अगर इस तर्क से बुलडोजर चलाने के कार्रवाई की गई है तो हजारों मकान, मॉल सरकारी कॉलेज और कार्यालय भी इस जद में आते हैं।
भाकपा (माले) के राज्य सचिव शंकरलाल चौधरी ने कहा कि भाजपा के इशारे पर जिला प्रशासन ने आम जनता एवं अल्पसंख्यकों में डर एवं आतंक फैलाने के लिए यह बुलडोजर चलाने की अतार्किक, अनुचित, नैसर्गिक न्याय के विरुद्ध एवं अवैध कार्रवाई की है । चौधरी ने कहा भाजपा बुलडोजर के नाम पर जनता में डर फैला कर राजस्थान में भी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों और विफलताओं से ध्यान भटकाना चाहती हैं लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए किस तरह से बुलडोजर की राजनीति को लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने जवाब दिया है।

भाकपा जिला सचिव सुभाष श्रीमाली ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई से आम जनता में भारी नाराजगी और गुस्सा है। उन्होने उदयपुर शहर की जनता से धार्मिक सद्भावना बनाए रखने की अपील के साथ किसी भी तरह की अफवाह एवं नफरत की चपेट में नहीं आने का आह्वान किया।
बैठक से पहले माकपा जिला सचिव राजेश सिंघवी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने ध्वस्त किए मकान के मौके का दौरा कर पीड़ित परिवार को हर संभव सहयोग का विश्वास दिलाया। प्रतिनिधिमंडल में नेशनल हॉकर फेडरेशन के राज्य संयोजक याकूब मोहम्मद, निर्माण मजदूर एकता यूनियन के अध्यक्ष शमशेर खान एवं सचिव जावेद खान, वरिष्ठ अधिवक्ता सलीम खान शामिल थे। बैठक में दिवानशाह मस्जिद के सदर मोहम्मद नासिर, मोहसिन खान, रशीद हसन, सौरभ नरूका आदि शामिल थे।
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