लीड बैंक की जिला स्तरीय समीक्षा समिति : सरकारी योजनाओं में आमजन को करें अधिकाधिक लाभान्वित – जिला कलक्टर

उदयपुर। मार्गदर्शी बैंक कार्यालय की जिला स्तरीय समीक्षा समिति बैठक शुक्रवार को जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में हुई। बैठक में वार्षिक साख योजना, साख-जमा अनुपात, कृषि ऋण, जन-धन, जन-सुरक्षा बीमा योजना, वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम, फसल बीमा एवं अन्य सरकार द्वारा प्रायोजित ऋण योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।
प्रारंभ में अग्रणी ज़िला प्रबंधक संजय गुप्ता ने सभी का स्वागत करते हुए प्रथम तिमाही में जिले में कार्यरत बैंकों द्वारा वार्षिक साख योजना में आवंटित लक्ष्य की प्रगति पर चर्चा की। उन्होंने अवगत कराया कि जिले में समस्त बैंको को साख जमा अनुपात मार्च 2024 में 63.9 प्रतशत था, जो मार्च 2025 में बढ़कर 77.14 प्रतिशत हो गया है। बैठक में बैंक वार साख जमा अनुपात की समीक्षा करते हुए कम उपलब्धि वाले बैंकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर नमित मेहता ने बैंकों को सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं के आवेदनों का समयबद्ध चरण में निस्तारण करवाने के निर्देश दिए। साथ ही राज्य सरकार की ओर से संचालित वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान में बैंकों की ओर से सक्रिय भूमिका निभाने तथा सहयोग का आह्वान किया।  
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन दीपेंद्रसिंह राठौड़, भारतीय रिज़र्व बैंक, जयपुर के प्रबंधक गौरव धूत, नाबार्ड के प्रबंधक नीरज यादव सहित सभी बैंकों के प्रबंधक, प्रतिनिधि उपस्थित रहे। संचालन मार्गदर्शी बैंक से मोहन जाखड़ ने किया।

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वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान : निखरा जल स्त्रोतों का स्वरूप


आमजन को समझाया वाटर हार्वेस्टिंग का महत्व

उदयपुर। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान उदयपुर जिले में जन आंदोलन का रूप ले चुका है। अभियान में उदयपुर जिला प्रदेश में अव्वल चल रहा है। अभियान के तहत जल स्त्रातों की साफ-सफाई सहित विविध गतिविधियां चल रही हैं। इससे जलस्त्रोतों का स्वरूप निखर उठा है। इसी क्रम में शुक्रवार को अभियान के तहत जल संसाधन विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग तथा भूजल विभाग  की ओर से विविध कार्यक्रम हुए।

वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के सातवें दिन शुक्रवार को जल संसाधन विभाग की ओर से जिले भर में जल उपभोक्ता समूहों के माध्यम से कार्यक्रम हुए। इसमें जलस्त्रोतों पर श्रमदान किया गया। कैच द रैन अभियान के तहत आमजन को वाटर हार्वेस्टिंग का महत्व समझाया। जल उपयोगिता संगम एवं कृषक समूहों के सहयोग से नहरों, खालों की साफ-सफाई की गई। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के माध्यम से पेयजल स्त्रोतों यथा पानी की टंकियों आदि की साफ-सफाई की गई। लोगों को जल परीक्षण प्रक्रिया से अवगत कराया। कई स्थलों पर आमजन की उपस्थिति में पेयजल स्त्रातों से जल नमूने लेकर जांच की गई। भूजल विभाग के माध्यम से कर्मभूमि से मातृभूमि तक अभियान के तहत जल संचय संरचनाओं के कार्य हुए।

गंगु कुण्ड पर श्रमदान 14 को


वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जिला प्रशासन और नगर निगम के तत्वावधान में 14 जून को सुबह 7 बजे आयड़ स्थित गंगु कुण्ड पर जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशन में श्रमदान एवं साफ-सफाई की जाएगी। कार्यक्रम में सभी जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारीगण भाग लेंगे।

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खाद्य सुरक्षा गिव अप अभियान की अवधि 30 जून तक बढ़ाई
उदयपुर, 13 जून। खाद्य सुरक्षा योजना में अपात्रों को हटाने तथा वंचित पात्र लोगों को जोड़ने के लिए राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे गिवअप अभियान के तहत स्वैच्छा से नाम हटवाने की अंतिम 30 जून तक बढ़ा दी गई है।

जिला रसद अधिकारी मनीष भटनागर ने बताया कि मुख्यमंत्री  भजनलाल शर्मा के मार्ग दर्शन में राज्य सरकार निरन्तर वंचित वर्गो के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री जी के स्पष्ट निर्देश है कि अंतिम पक्ति में खडे लोगों को सरकारी योजनाओं से जोड़कर लाभान्वित किया जाये ताकि वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके। खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के संबंध में निर्धारित मापदण्ड़‘‘ राजस्थान खाद्य सुरक्षा नियम 2023 अनुसूची-1’’ में ऐसे परिवार जिसमें कोई आयकर दाता हो। परिवार जिसका कोई सदस्य सरकारी/अर्द्व सरकारी /स्वायत्त शासीसंस्थाओं में कर्मचारी हो, एक लाख से अधिक वार्षिक पारिवारीक आय हो अथवा परिवार में किसी सदस्य के पास चार पहिया वाहन हो (ट्रेक्टर आदि जीविकोपार्जन में प्रयुक्त वाहन को छोड़कर) निष्कासन सूची में शामिल हैं।

भटनागर ने बताया कि 1नवम्बर 2024 से प्रारंभ गिव अप अभियान में आज तक राजस्थान में लगभग 23 लाख व्यक्तियों ने स्वेच्छा से खाद्य सुरक्षा योजना से लाभ छोड़ा तथा इस क्रम में उदयपुर जिले में कुल 8007 आवेदनों पर लगभग 33,668 लोगों द्वारा गिव अप किया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर 26 जनवरी 2025 को खाद्य सुरक्षा योजना पोर्टल खोला गया। जिसमें आज तक राजस्थान में 38.7 लाख व्यक्तियों को खाद्य सुरक्षा योजना से जोड़ा गया जिसमें उदयपुर जिले मेंं 142408 को जोड़ा गया।

भटनागर ने बताया कि गिव अप अभियान के तहत उदयपुर जिले मेंं कुल 391 अपात्र लोगों को नोटिस जारी किये गये जिनसे वसूली की कार्यवाही की जायेगी। गिव अप अभियान में अब प्रत्येक उचित मूल्य की दुकान पर खाद्य विभाग के प्रवर्तन अधिकारी व प्रवर्तन निरीक्षकों को औचक निरीक्षण करने के साथ ही खाद्य सुरक्षा में चयनित अपात्र लोगो को नोटिस जारी किये जाने के आदेश प्रदान किये गये है। खाद्य विभाग द्वारा शीघ्र ही परिवहन विभाग से चार पहिया वाहन स्वामी का डाटा संकलित कर खाद्य सुरक्षा में चयनित अपात्र लोगों को नोटिस जारी किया जायेगा।

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विमान दुर्घटना में दिवंगतों को लेक्रोज खिलाड़ियों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि


उदयपुर। अहमदाबाद में हुई भीषण और अत्यंत दुःखद हवाई दुर्घटना में असमय काल कवलित हुए सभी दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय पदक विजेता लेक्रोज खिलाड़ियों ने महाराणा प्रताप खेल गांव  में चल रहे राज्य स्तरीय ग्रीष्मकालीन लेक्रोज प्रशिक्षण शिविर में एक शोक सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राजस्थान लेक्रोज संघ के अध्यक्ष अशोक परनामी के अनुसार इस शोक सभा में सभी ने मौन रखकर दिवंगत आत्माओं के प्रति अपनी गहन संवेदना प्रकट की तथा ईश्वर से प्रार्थना की कि वे शोक-संतप्त परिजनों को इस कठिन समय में संबल एवं धैर्य प्रदान करें। इस अवसर पर जिला खेल अधिकारी महेश पालीवाल, प्रधनाचार्य राउमावि धार डॉक्टर सत्यनारायण सुथार, प्रधानाचार्य राउमावि ऊंकार  भावना बत्रा लेक्रोज प्रशिक्षक नीरज बत्रा, भारतीय लेक्रोज टीम की कप्तान सुनीता मीणा, अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी झूला कुमारी गुर्जर डाली गमेती, मीरा दौजा,  विशाखा मेघवाल, हेमलता डांगी, मोहनलाल गमेती, खुमाराम गमेती सहित राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ी उपस्थित रहे।

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जिला स्तरीय संवाद : बाल विवाह उन्मूलन के लिए प्रभावशाली पहल

उदयपुर। चाइल्ड फण्ड इंडिया एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में बाल विवाह की रोकथाम हेतू एक दिवसीय जिता स्तरीय संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विभित्र विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि जनप्रतिनिधि, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का उद्देश्य बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त करने के लिए समन्वित प्रयासों पर बल देना है। संवाद के दौरान बाल विवाह के कारणों, उसके सामाजिक और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्परिणामों तथा इससे निपटने के लिए नीति, कानून और योजनाओं पर चर्चा की गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव कुलदीप शर्मा द्वारा उपस्थित ग्राम कोटडा झाडोल और गोगुन्दा के जनप्रतिनिधियों, संगठनों से चर्चा की। बाल विवाह के कानून के साथ शिक्षा द्वारा बदलाव पर जोर दिया और आव्हान किया कि जब तक स्वयं नहीं बदलेंगे समाज नहीं बदलेगा। पूर्व संयुक्त निदेशक शिक्षा विभाग शिवजी गौड ने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप है, जो न केवल बच्चों के भविष्य को अंधकारमय करता है, बल्कि समाज के समय विकास को भी बाधित करता है। उन्होंने अधिकारियों से आह्वान किया कि वे ग्राम स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाएं और बाल विवाह के मामलों में त्वरित कार्यवाही सुनिक्षित करें।

चाइल्ड फण्ड इंडिया के प्रतिनिधियों ने क्षेत्रीय परियोजना स्वाभिमान के तहत किए जा रहे कार्यों की प्रस्तुति दी और यह बताया कि किस प्रकार किशोरियों को जीवन कौशल, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़कर उन्हें सशक्त बनाया जा रहा है।
कार्यक्रम के अंत में यह संकल्प लिया गया कि प्रत्येक पंचायत कार पर बाल विवाह रोकथाम समिति की सक्रियता बढ़ाई जाएगी तथा सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करेंगे। चाइल्ड फण्ड द्वारा इस संवाद कार्यक्रम में फील्ड कार्यकर्ता गणेश, भूरी लात, सक्नी राम् तुतसी, तीता रेवा राम, महेगा इत्यादि ने ग्रामीणों को जोड़ने का कार्य किया संचालन आशीष चौधरी ने किया।

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हरियाली का सपना लेकर साइकिल पर सवार सुबोध पहुंचे उदयपुर

इण्डिया टू एवरेस्ट बेस कैम्प पर निकला है महाराष्ट्र का युवा
चेंज बिफॉर क्लाइमेट चेंज का दे रहे संदेश
28 राज्यों की 1 लाख किमी यात्रा कर पहुंचेंगे एवरेस्ट बेस कैम्प
अब तक 8 राज्यों का भ्रमण, 30 हजार से ज्यादा लगाए पौधे

उदयपुर। महाराष्ट्र के रोहा (रायगढ़) से इंडिया टू एवरेस्ट बेस कैम्प साइकिल यात्रा पर निकले पर्यावरण योद्धा, साहसी साइक्लिस्ट और प्रेरक वक्ता सुबोध विजय शुक्रवार को उदयपुर पहुंचे। सूचना केंद्र में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने अपने देशव्यापी अभियान के उद्देश्यों, अनुभवों और भावी योजनाओं को साझा किया।

सुबोध के उदयपुर पहुंचने पर अणुव्रत समिति के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। अणुव्रत समिति में आयोजित कार्यक्रम में सुबोध ने पर्यावरण संरक्षण तथा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया और देखो अपना देश अभियान पर चर्चा की।

यह है मिशन का उद्देश्य
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सुबोध ने बताया कि उनकी यात्रा का मूल उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जनजागृति तथा युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करना है। इसके लिए देश के 28 राज्यों की साइकिल यात्रा के जरिए जन-जन तक पर्यावरण जागरूकता का संदेश पहुंचा रहे हैं तथा चेंज बिफॉर क्लाइमेट चेंज का आह्वान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गत वर्ष 19 जून को रायगढ़ से यात्रा प्रारंभ की थी। अब तक भारत के 7 राज्यों का भ्रमण कर भरतपुर से राजस्थान से प्रवेश किया। अलवर, जयपुर, सीकर, फलौदी, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली होते हुए उदयपुर पहुंचे। यहां से चित्तौडगढ़ होते हुए मध्यप्रदेश जाएंगे। इससे आगे छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दक्षिण के तटीय क्षेत्र व उत्तर-पूर्वी राज्यों से होते हुए नेपाल स्थित एवरेस्ट बेस कैम्प पहुंचेंगे।

हर पैडल, हरियाली की ओर
यात्रा के दौरान सुबोध का लक्ष्य देशभर में 1 लाख पेड़ लगाना। उन्होंने बताया कि हर पड़ाव पर वे स्थानीय युवाओं, स्कूली बच्चों और समाजसेवियों के साथ मिलकर वृक्षारोपण कर रहे हैं। अपनी यात्रा में अब तक वह 30 हजार पौधे लगा चुके हैं। स्कूलों में ग्रीन वॉरियर भी तैयार करते हैं, जो पर्यावरण के प्रति जनचेतना की मुहिम को जारी रखते हैं।

विश्व रिकॉर्डधारी साहसिक साइक्लिस्ट
सुबोध मूलतः होटल प्रबंधन एवं हॉस्पिटेलिटी में शिक्षित हैं। पर्वतारोहण और साइकिलिंग उनका शौक है। कुछ साल काम करने के बाद उन्होंने माउंटेन क्लाइबिंग शुरू की। सुबोध बताते हैं कि वह हिमाचय, पश्चिमी ढालों, विंध्य आदि की पहाड़ियों पर चढ़ाई कर चुके हैं। 600 पहाड़ियां चढ़ने के बाद तो गिनना भी बंद कर दिया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में उन्होंने छत्रपति शिवाजी के 371 किलो (फोर्ट्स) की चढ़ाई पूरी कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। यह अभियान न सिर्फ शारीरिक साहस बल्कि पर्यावरण के प्रति समर्पण का प्रतीक है।

युवाओं को दे रहे प्रेरणा
सुबोध देशभर के स्कूलों और सामाजिक मंचों पर युवाओं से संवाद कर रहे हैं, और उन्हें पर्यावरण के प्रति ज़िम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनका मानना है कि भारत का भविष्य तभी सुरक्षित है जब युवा पीढ़ी हरित सोच अपनाए। उनका कहना है कि अब नहीं बदले तो कब? जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए हर नागरिक को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। एक साइकिल भी बदलाव ला सकती है , अगर उसके पीछे हरियाली का सपना हो। इस दौरान पर्यावरण प्रेमी सुनील दुबे और श्रीमती प्रीति भी उपस्थित रहे।

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जलापूर्ति को एक दिन आगे बढाया
उदयपुर । मानसी वाकल परियोजना से शहरी जल योजना नगर उपखण्ड पंचम में 13 जून को जलापूर्ति को एक दिन आगे बढाया गया। सहायक अभियंता राजसिंह मनात ने बताया कि टंकी सफाई होने से एकलव्य कॉलोनी, सज्जन नगर कॉलोनी, छिपा कॉलोनी की उच्च जलाशय होने से जलापूर्ति को एक दिन आगे बढाया गया।

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