आईएएस ताराचंद मीणा के मिशन कोटड़ा को मिला देश का प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड

आईएएस मीणा ने टीम उदयपुर को दिया सफलता का श्रेय



उदयपुर। तत्कालीन जिला कलक्टर ताराचंद मीणा द्वारा शुरू किए गए मिशन कोटड़ा की सफलता पर देश के प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड से नवाजा गया है। स्कॉच अवार्ड अंतर्गत डिस्ट्रिक्ट गवर्नेंस सिल्वर श्रेणी में यह अवार्ड उदयपुर प्रशासन को नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशनल क्लब में प्रदान किया गया। जिला प्रशासन की ओर से मुख्य आयोजना अधिकारी पुनीत शर्मा ने यह अवार्ड ग्रहण किया।
उल्लेखनीय है कि तत्कालीन जिला कलेक्टर एवं वर्तमान जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग आयुक्त वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ताराचंद मीणा ने पदभार संभालने के पश्चात जनवरी 2022 में उदयपुर जिले के दूरस्थ आदिवासी क्षेत्र कोटडा के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान की दिशा में यह अभियान शुरू किया था जिसके बाद इस क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक स्थिति के सुधार के साथ ही आधारभूत संरचनाओं के विकास में उल्लेखनीय कार्य हुए जिससे इस पिछड़े क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ पहुंचा। उन्होंने इस अवॉर्ड का श्रेय पूरी टीम को दिया है। मिशन कोटड़ा के लिए मीणा को सीएम एक्सीलेंस अवार्ड भी मिल चुका है।

टीएडी आयुक्त मीणा बताया कि जिले के दूरस्थ एवं पिछड़े आदिवासी ब्लॉक कोटड़ा के अभावों को दूर करने व आमजन में जागरूकता पैदा कर सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ दिलाने के उद्देश्य से मिशन प्रारंभ किया गया था। इसके तहत शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल, रोजगार, स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण, परिवहन, कृषि व वन उत्पादों का विपणन, सिंचाई इत्यादि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई।

 मिशन को अभियान रुप में गांव-गांव शिविर लगाकर ब्लॉक में छूटे हुए सैंकड़ों परिवारों के बच्चों को पालनहार योजना से जोड़कर लाभांवित किया गया। इसी प्रकार कोटड़ा ब्लॉक में बड़ी संख्या में व्यक्तियों को पेंशन सुविधा से जोड़ा गया और वंचितों के दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए । सिलिकोसिस रोकथाम की दिशा में भी काम हुआ। ऐसे में हर जरूरतमंद को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिला।

सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से निर्बाध इंटरनेट सेवा पहुंचाने के लिए गुजरात राज्य से रिंग कनेक्टिविटी दी गई। बेहतर नेटवर्क के लिए बीएसएनएल के कुल 103 टावर्स की स्थापना की स्वीकृति दी गई। आवागमन सुविधा के लिए रोडवेज की नई बसें प्रारंभ की।
आदिवासी कृषकों को उपज का पूरा दाम दिलाने के लिए कृषि उपज मंडी की शुरूआत हुई। पशुपालकों के हितार्थ विभिन्न स्थलों पर डेयरी बूथ स्थापित किए गए। औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए भूमि का आवंटन किया गया। वर्षों से क्षतिग्रस्त 50 सड़कों का डामरीकरण करवाया गया। कोटड़ा क्षेत्र के सबसे पिछड़े राजस्व गांवों में घर-घर तक प्रशासन एवं ई-गवर्नेस पहुंचाने के लिए गतिमान प्रशासन की बसें पुनः प्रारम्भ कर योजनाओं का लाभ पहुंचाया गया। समग्रतः क्षेत्र में करवाए जा रहे विकास कार्यों से लोगों का जीवन सुगम हुआ।

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *