उदयपुर की झीलों के किनारों व घाटों की बदहाल स्थिति को देख शोधकर्ता दिखे चिंतित

उदयपुर। उदयपुर की झीलों , उसके किनारों व घाटों की बदहाल स्थिति को देख देश भर से आए युवा शोधकर्ता चिंतित दिखे। ये युवा स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट(एसएफडी) के तत्वावधान में पर्यावरण व विकास विषय पर अध्ययन कर रहें हैं। झील प्रेमियों के साथ संवाद करते हुए एसएफडी के अखिल भारतीय प्रमुख राहुल गौड़ ने कहा कि झीलों, तालाबों सहित समस्त जलस्रोतों के संरक्षण व संवर्धन में युवा वर्ग को सतत व सक्षम भूमिका निभाने की जरूरत है।

संवाद में एस एफ डी के राष्ट्रीय संयोजक मयूर झवेरी के नेतृत्व में दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान राज्यों के एस एफ डी संयोजकों व शोधकर्ताओं ने कहा कि झील, नदी, तालाब विकास के दृष्टिकोण को प्रकृति व समाज मूलक बनाना होगा।

संवाद में डा अनिल मेहता, तेज शंकर पालीवाल, नंद किशोर शर्मा, कुशल रावल,पल्लव दत्ता , द्रुपद सिंह, रमेश चंद्र राजपूत ने भी विचार रखे। संवाद पूर्व श्रमदान कर कचरे, गंदगी को हटाया गया।

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