उदयपुर में भगवा उत्साह : भारतीय नववर्ष के स्वागत में निकली विशाल रैली

उदयपुर। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की धरती पर आज राष्ट्रभक्ति और संस्कृति का अनुपम संगम देखने को मिला। भारतीय नववर्ष के शुभ अवसर पर भारतीय नववर्ष समाजोत्सव समिति के तत्वावधान में भगवा रैली का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। फतह स्कूल से रवाना हुई इस रैली ने पूरे शहर को राष्ट्रभक्ति के रंग में रंग दिया।

राष्ट्रभक्ति की गूंज और भगवा लहर

केसरिया साफा, श्वेत परिधान और हाथों में लहराते भगवा ध्वज—यह नजारा पूरे उदयपुर को उत्साह और जोश से भर रहा था। “भारत माता की जय”, “जय श्री राम” और “वंदे मातरम्” के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा। मार्ग के दोनों ओर खड़े नागरिकों ने फूलों की वर्षा कर युवाओं का अभिनंदन किया।

रैली को बेणेश्वर धाम के पीठाधीश अच्युतानंद महाराज, संत समाज के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुलाबदास महाराज एवं महंत इंद्रदेव दास महाराज ने भगवा पताका फहराकर रवाना किया। इससे पहले, विभिन्न क्षेत्रों से युवाओं की टोलियां फतह स्कूल पहुंचीं, जहां परंपरागत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

शहर के हृदयस्थलों से गुजरी रैली

सूरजपोल, बापू बाजार, देहलीगेट, हाथीपोल, चेतक सर्कल, लोक कला मंडल, कोर्ट चौराहा, शास्त्री सर्कल और शक्तिनगर होते हुए यह भगवा प्रवाह टाउन हॉल तक पहुंचा। मार्ग में विभिन्न सामाजिक और व्यापारिक संगठनों ने रैली का स्वागत किया।

टाउन हॉल में विचार सभा

रैली टाउन हॉल पहुंचने के बाद विशाल सभा में परिवर्तित हो गई, जहां बेणेश्वर धाम के पीठाधीश अच्युतानंद महाराज ने भारतीय संस्कृति, नववर्ष की परंपराओं और राष्ट्रभक्ति पर विचार रखे।

30 मार्च को भव्य शोभायात्रा और भजन संध्या

भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में 30 मार्च को एक और भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो दोपहर 3 बजे गांधी ग्राउंड से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए नगर निगम प्रांगण पहुंचेगी। इसमें मातृशक्ति मंगल कलश लेकर चलेगी, झांकियां, अखाड़े, ढोल-नगाड़े और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां मुख्य आकर्षण रहेंगे।

सायंकाल 7 बजे से नगर निगम प्रांगण में भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक प्रकाश माली अपनी संगीतमय प्रस्तुतियां देंगे। इस आयोजन में सुदर्शनाचार्य महाराज एवं गुलाबदास महाराज का सान्निध्य प्राप्त होगा।

नववर्ष पर राष्ट्रीय चेतना का संदेश

उदयपुर में निकली यह विशाल भगवा रैली केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय चेतना और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बन गई। यह आयोजन समाज में एकता, देशभक्ति और संस्कृति के प्रति सम्मान को प्रोत्साहित करने की प्रेरणा देता है।

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भारतीय संस्कृति की गूंज विश्वभर में पहुंचे : अच्युतानंद महाराज

उदयपुर। भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के पावन अवसर पर भारतीय समाजोत्सव समिति द्वारा आयोजित युवा भगवा रैली के समापन पर टाउन हॉल में एक भव्य सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बेणेश्वर धाम के पीठाधीश अच्युतानंद महाराज ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए भारतीय संस्कृति और परंपराओं के महत्व पर प्रकाश डाला।

 

“चैत्र शुक्ल प्रतिपदा: सृष्टि का आरंभ”

अच्युतानंद महाराज ने कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही सृष्टि की रचना प्रारंभ हुई, ब्रह्माजी ने इसी दिन सृजन कार्य आरंभ किया, वहीं प्रभु श्रीराम और महाराज विक्रमादित्य का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ। उन्होंने कहा कि यह तिथि भारतीय गौरवशाली इतिहास से जुड़ी हुई है और हमें इसे पूर्ण उत्साह और श्रद्धा से मनाना चाहिए।

“भारतीय संवत विश्व की सबसे प्रामाणिक कालगणना”

महाराज ने कहा कि भारत के शक और विक्रम संवत पूर्णतः खगोलीय गणनाओं पर आधारित हैं और इन्हें विश्व की सबसे प्रमाणिक कालगणना माना जाता है। उन्होंने समाज से आग्रह किया कि भारतीय नववर्ष को अपनाया जाए और इसे आधुनिक पीढ़ी के बीच लोकप्रिय बनाया जाए।

“भारतीय तिथियों के अनुसार पर्व और अवसर मनाएं”

उन्होंने कहा कि जब हम विवाह और अन्य शुभ संस्कार पंचांग से मुहूर्त निकालकर करते हैं, तो फिर जन्मदिन और अन्य पर्व भी भारतीय तिथि के अनुसार ही मनाने चाहिए। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे भारतीय परंपराओं का पालन करें और भारतीय संस्कृति की गूंज विश्वभर में पहुंचाएं।

सभा में उपस्थित युवाओं ने भारतीय परंपराओं के संरक्षण और संस्कृति के प्रचार-प्रसार का संकल्प लिया। इस अवसर पर संत समाज, गणमान्य नागरिक और समाज के विभिन्न प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित रहे।

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