फोटो : कमल कुमावत
मेवाड़ मेरे दिल में रहे गाना दर्शकों ने किया खूब पसंद।
टाउन हॉल में देर रात तक जमी सिंगर नाइट।
दर्शकों ने खूब की हूटिंग।
बॉलीवुड पंजाबी गानों ने रोके कदम।
उदयपुर। नगर निगम द्वारा आयोजित दीपावली मेला 2023 की रंगत शनिवार को और बढ़ गई। नगर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत ने बताया कि टाउन हॉल में दीपावली मेले की तीसरी शाम मस्ती भरे नगमों के दीवानों के नाम रही। प्रसिद्ध गायक कलाकार जॉली मुखर्जी ने एक से बढ़कर एक नगमे पेश कर युवाओं का दिल जीत लिया। कई सुपरहिट गानों को आवाज देने वाले जॉली के आते ही उदयपुर वासियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से व हूटिंग कर जोरदार तरीके से स्वागत किया। स्वागत का जवाब जॉली दा ने लक्ष्मीकांत प्यारेलाल संगीत दिए फिरोज खान की फिल्म दयावान “चाहे मेरी जान तू लेले” के गाने से दिया।
जॉली ने “गुलशन कुमार के गीत आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करे मैं मेवाड़ के दिल में राहु मेवाड़ मेरे दिल में रहे” गाने के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की जिसको दर्शकों द्वारा खूब पसंद किया गया। उसके बाद लगातार एक से बढ़कर एक सुपर डुपर हिट गानों से उदयपुर वासियों को झूमने नाचने पर मजबूर कर दिया। “चांदनी फिल्म के रंग भरे बादल से” फेम जॉली ने लगातार अपना जलवा बिखेरा। उसके बाद सदाबहार गानों सुन लो हसीना काजल वाली , मैं आवारा एक बंजारा, गोरिया रे गोरिया रे, शाहरूख खान की फिल्म राजू बन गया जेंटलमैन के सुपरहिट गाने सर्दी खासी न मलेरिया हुआ आदि गानों से पूरे वातावरण को बदल दिया, इस दौरान उपस्थित दर्शकों ने भी जॉली के साथ गाने गाए। युवा दिलों की धड़कन जॉली प्रसिद्ध गायक कलाकार हैं अपनी गायिकी की विशेष अदाओ से जॉली कई समय से लोगो के दिलो में राज कर रहे है। ज्ञात रहे की जॉली मुखर्जी की देश में अलग से प्रमुख फेन फॉलोइंग है। जॉली ने रंगारंग कार्यक्रम में उपस्थित दर्शकों को शुरुआत से ही बांध रखा, हर गाने पर दर्शकों ने ठुमके लगाये।
अंजुषा ने किया सभी को मंत्रमुग्ध।
शनिवार को नगर निगम दीपावली मेला पूरी तरह संगीत प्रेमियों के नाम रहा एक तरफ जहां बॉलीवुड के मशहूर गायक कलाकार जाली मुखर्जी ने अपने नगमों से शहर वासियों का मनोरंजन किया वहीं दूसरी ओर बॉलीवुड के साथ-साथ पंजाबी गानों में धमाल मचाने वाली फीमेल गायिका ने दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा। अंजूषा ने शुरुआत सूफी सॉन्ग सजदा सजदा से की उसके बाद सानू एक पल चैन ना आवे, दमा दम मस्त कलंदर, झूम झूम, बाबा, लैला मैं लैला आदि एक से बढ़कर एक सुपरहिट गाने गाकर उपस्थित दर्शकों की खूब वाही वाही लूटी। दर्शक अपने आप को अंजूषा के गानों पर थीरकने से नहीं रोक सके। पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी प्रमुख पहचान रखने वाली अंजूषा ने पंजाबी गानों से उदयपुर की फिजाओं में पंजाबी खुशबू भर दी।
दीप प्रज्वलित कर किया कार्यक्रम का आगाज।
दीपावली मेला संयोजक सुधांशु सिंह ने बताया कि सोमवार को मेले के तीसरे दिन रंगारंग कार्यक्रम का शुभारंभ सीएमएचओ शंकर बामनिया और आरएनटी के पूर्व प्राचार्य लाखन पोसवाल ने विघ्न विनाशक गणेश जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
मोबाइल में कैद किया हसीन पल।
अपने चहेते कलाकार को स्टेज पर देख उपस्थित दर्शकों ने अपने मोबाइल से शूटिंग व हूटिंग शुरू कर दी। कार्यक्रम में खासकर युवाओं ने हूटिंग से कलाकारों का दिल जीत लिया, नगर निगम में जैसे ही कलाकारों ने प्रवेश किया सभी दर्शकों ने खड़े होकर हाथ हिलाकर हूटिंग शुरू कर दी। कार्यक्रम में उदयपुर शहरवासी उमड़ पड़े। शहरवासी परिवार सहित रंगारंग कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे।
लता दीदी के साथ गाने पर हुई थी गबराहट।
राजस्थानी खाने के शौकीन है जॉली।
विश्वास की विशेष महिमा।
कई बॉलीवुड फिल्मों के गानों में अपनी आवाज का जादू बिखरने वाले जॉली ने अपने जीवन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ईश्वर पर विश्वास की विशेष महिमा है, वो सब अच्छा करेगा। कोई भी कलाकार कभी भी पूर्ण नहीं हो सकता है उसे पूर्ण बनने के लिए गुरु का ज्ञान अति आवश्यक होता है। बिना गुरु के कोई भी सफलता की चरम सीमा पर नहीं पहुंच सकता है। जॉली ने उभरते कलाकारों को नसीहत देते हुए कहा है कि जो युवा इस क्षेत्र में अपना मुकाम बनाना चाहते है वे नशे से हमेशा दूर रहे। नशा धीमा जहर है जो अपने स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार को भी नष्ट करता है। जॉली ने बताया की जब उन्होंने जब लता मंगेशकर के साथ पहला गाना गाया तो वो थोड़े नर्वस हो गए थे तब खुद दीदी ने उनको प्रोत्साहित किया। ऋषि कपूर, शाहरुख, जैकी श्राफ सहित कई बॉलीवुड हस्तियों के लिए जॉली पसंदीदा प्ले बैक कलाकार है। वही जम्मू की अंजूषा ने बॉलीवुड के साथ साथ पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत नाम कमाया है। अंजूषा उदयपुर और इसके आस पास 5 से ज्यादा स्टेज शो कर चुकी है। अंजूषा ने अपने फैन को धन्यवाद देते हुए कहा कि उदयपुर दुनिया के सबसे खूबसूरत शहरों में सम्मिलित किया जाता है। उदयपुर में हर प्राकृतिक छटा विद्यमान है जिसकी जरूरत प्रकृति प्रेमी को रहती है। यहा के लोग भी बहुत मिलनसार है। युवाओं का आव्हान करते हुए अंजूषा ने कहा की संगीत में बहुत शक्ति है यदि आप में लगन है तो आप मुकाम जरूर हासिल करेंगे।
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