उदयपुर : सिटी में टूरिस्ट बूम -प्रशासन जाने कब बनाएगा प्लान…आप घर से निकलने से पहले सोचें, ट्रैफिक जाम से बचने के लिए बना लें प्लान


उदयपुर। दिवाली के बाद उदयपुर में पर्यटन सीजन अपने चरम पर है, जिससे स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिए ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या बन चुका है। प्रमुख पर्यटक स्थलों के आसपास का ट्रैफिक इतना बढ़ गया है कि कहीं जाने से पहले एक बार सोचना पड़ता है कि किस रास्ते से जाएं। चार पहिया वाहनों का उपयोग इस दौरान एक चुनौती बन गया है। इस स्थिति में एक सुव्यवस्थित ट्रैफिक प्लान की जरूरत है ताकि इस भीड़-भाड़ पर नियंत्रण पाया जा सके और सभी को एक सहज अनुभव मिल सके।

संभावित समाधान और सकारात्मक सुझाव :

  1. वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था का कार्यान्वयन :
  • शहर के प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों जैसे गुलाबबाग, फतहसागर, चांदपोल, ब्रह्मपोल, और जगदीश चौक से भट्टियानी चौहट्टा तक के मार्गों पर टूरिस्ट सीजन में वन-वे सिस्टम लागू किया जाए।
  • दिन के व्यस्त समय में इन सड़कों को एक दिशा में यातायात के लिए खोला जाए, जिससे जाम की स्थिति न बने।
  • ट्रैफिक पुलिस की ओर से इस नियम को सख्ती से लागू करने के लिए आवश्यक संकेतक लगाए जाएं और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
  1. नो-व्हीकल जोन और पार्किंग व्यवस्था :
  • संकरे बाजारों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों को नो-व्हीकल जोन घोषित किया जाए, जिससे पर्यटक पैदल इन क्षेत्रों में आसानी से घूम सकें।
  • मुख्य पर्यटक स्थलों के नजदीक उचित पार्किंग स्थलों का निर्माण हो ताकि पर्यटक वहां वाहन खड़ा कर पैदल यात्रा का आनंद ले सकें।
  • प्रशासन द्वारा जरूरत के अनुसार टू-व्हीलर पर भी प्रतिबंध लगाने और फोर व्हीलर के लिए सीमित मार्ग निर्धारित करने पर विचार किया जाए, जिससे ट्रैफिक का दबाव कम हो सके।
  1. सीसीटीवी मॉनिटरिंग और नियंत्रण प्रणाली :
  • ट्रैफिक नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए प्रमुख मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और किसी एक केंद्रीय स्थान से पूरे ट्रैफिक का लाइव मॉनिटरिंग किया जाए।
  • मॉनिटरिंग के माध्यम से नियमों का उल्लंघन करने वालों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो ताकि लोग नियमों का पालन करें।
  • ट्रैफिक सुरक्षा को लेकर पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाए जिससे शहर में ट्रैफिक अनुशासन का माहौल बन सके।

सकारात्मक सुझाव :

  • सभी योजनाओं को लागू करने से पहले स्थानीय निवासियों और पर्यटक संगठनों के साथ एक बैठक आयोजित की जाए ताकि उनकी राय के आधार पर योजनाओं में सुधार किया जा सके।
  • सरकार और निजी क्षेत्र की सहभागिता से पार्किंग और यातायात संबंधी सुधार कार्यों में निवेश को बढ़ावा दिया जाए।
  • प्रत्येक योजना को चरणबद्ध ढंग से लागू किया जाए ताकि इसके प्रभाव का सही आकलन हो सके और दीर्घकालिक समाधान की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकें।

इस ट्रैफिक प्लान से न केवल जाम की समस्या से राहत मिलेगी, बल्कि उदयपुर में आने वाले पर्यटकों को भी एक सहज और सकारात्मक अनुभव मिलेगा।

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