
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले में मई माह के मध्य में बेमौसम बारिश ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस असामयिक वर्षा का प्रमुख कारण पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर बने परिसंचरण तंत्र का संयुक्त प्रभाव है। इसके साथ ही अरब सागर से आ रही नमी ने भी वर्षा को बढ़ावा दिया है।
मौसम का मिज़ाज बदला, तापमान गिरा
उदयपुर संभाग में बीते दो दिनों से हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। कई स्थानों पर तेज़ मेघगर्जन और 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं। मौसम विभाग ने 13-14 मई को पहले ही बारिश और आंधी का अलर्ट जारी कर दिया था। बारिश के चलते तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है और अधिकतम तापमान 35-38 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया।
फसलों पर खतरा, किसानों की बढ़ी चिंता
बेमौसम बारिश और संभावित ओलावृष्टि से इन फसलों को नुकसान पहुँच सकता है। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें और जहां संभव हो, फसलों को ढकने के उपाय करें।
राहत और चुनौती दोनों लेकर आई बारिश
जहाँ एक ओर इस बारिश ने भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर जनजीवन पर असर भी पड़ा है। गर्मी से परेशान लोगों को तपती धूप से थोड़ी राहत ज़रूर मिली है, लेकिन आंधी और तेज़ हवाओं ने कुछ इलाकों में पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति में बाधा जैसी समस्याएँ भी खड़ी की हैं।
पर्यटकों को दी गई सावधानी बरतने की सलाह
उदयपुर, जो झीलों और ऐतिहासिक स्थलों के लिए देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करता है, वहां भी मौसम ने असर दिखाया है। खास तौर से फतेहसागर झील, पिछोला और सिटी पैलेस जैसे खुले पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे बारिश और आंधी के समय खुले स्थानों से बचें।
अरावली और झीलों की भौगोलिक भूमिका
उदयपुर की भौगोलिक स्थिति – अरावली पर्वतमाला और आसपास की झीलों के कारण – नमी को रोकने और बादलों के निर्माण में सहायक होती है। यही कारण है कि अन्य शुष्क क्षेत्रों की तुलना में यहाँ मौसम में जल्दी बदलाव देखने को मिलता है।
15 मई : बारिश की तीव्रता कम हो सकती है, लेकिन आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। तापमान 34-37 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है।
मौसम विभाग की अपील : मौसम विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान सतर्कता बरतें। विशेष रूप से बिजली गिरने के समय खुले मैदानों, पेड़ों या ऊँची संरचनाओं के नीचे खड़े होने से बचें।
सुझाव:
किसानों के लिए : खेतों की जल निकासी सुनिश्चित करें, फसलों को ढकने के उपाय अपनाएँ।
नागरिकों के लिए : आंधी और बिजली गिरने के समय घरों में सुरक्षित रहें।
पर्यटकों के लिए : मौसम की जानकारी लगातार लेते रहें और बारिश के दौरान खुले पर्यटक स्थलों से दूरी बनाए रखें।
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