उदयपुर स्टेशन का विश्वस्तरीय पुनर्विकास कार्य प्रगति पर, 354 करोड़ रुपए से होगा विकास

नई बिल्डिंग के साथ ही कॉनकोर्स एवं फुट ओवर ब्रिज स्काई वॉक से जुडेंगे

उदयपुर/अजमेर। रेलवे द्वारा उदयपुर स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त करने के लिए पुनर्विकास कार्य युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। इस कार्य को 354 करोड़ रुपए की लागत के साथ किया जा रहा है। आज दिल्ली से आए राष्ट्रीय मिडिया के पत्रकारो ने उदयपुर स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों को देखा व कवरेज किया। इस दौरान निर्माण विभाग के उपमुख्य इंजीनियर श्री मयंक गुप्ता व एक्सीक्यूटिव इंजीनियर श्री विकास सेहरा तथा क्षेत्रीय प्रबंधक श्री महेंद्र देपल भी उपस्थित थे।
उदयपुर सिटी स्टेशन पर कुल 86,248 वर्ग मीटर क्षेत्र को विकसित किया जाएगा जिसमें मुख्य स्टेशन बिल्डिंग 5,989 वर्ग मीटर क्षेत्र में (भूतल + 3) तथा द्वितीय प्रवेश स्टेशन बिल्डिंग 5,824 वर्ग मीटर क्षेत्र में (भूतल + 3) में विकसित की जाएगी।मुख्य स्टेशन भवन में कार पार्किंग, आगमन/ प्रस्थान हेतु अलग-अलग गेट, सुरक्षा जांच क्षेत्र, 72 मीटर चौड़ाई का कॉन्कोर्स एरिया जिसमें फुड कोर्ट, शॉपिंग कोर्ट, कैफेटेरिया, वेटिंग एरिया, प्ले एरिया इत्यादि का प्रावधान रखा गया है। स्टेशन पर 20 नई लिफ्ट एवं 26 नये एस्केलेटर लगाकर मौजूदा संख्या को बढ़ाया जाएगा। स्टेशन पर मौजूद दोनों फुटओवर ब्रिज को स्काई वॉक से जोड़ा जाएगा। स्टेशन पर अनारक्षित प्रतीक्षालय, एक्जिक्यूटिव प्रतीक्षालय, खुदरा स्टालें, शौचालय, बेगेज स्कैनर तथा कोच इन्डिकेटर के साथ ही समस्त प्रकार की आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।


झीलों की नगरी उदयपुर स्टेशन का संपूर्ण पुनर्विकास इसकी भव्य और आकर्षक बिल्डिंग को देखने मात्र से नजर आएगा l पूरी परियोजना में निर्माण के साथ-साथ संचालन और रखरखाव के दौरान ऊर्जा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं होंगी, जो नवीनीकरणीय ऊर्जा के साथ कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन आदि जैसे संसाधनों युक्त होगी।
उदयपुर शहर के महत्व और पर्यटक स्थल को देखते हुये रेलवे द्वारा यहाँ यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिये अनेक कार्य किये जा रहे हैं। उदयपुर शहर में सुगम रेल सुविधाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिये भविष्यगामी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की तैयारी की गई है। इसी क्रम में उदयपुर स्टेशन को आगामी 40 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर ‘अमृत स्टेशन’ के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है, जिसमें मेवाड़ के हैरिटेज और आधुनिकता का समावेश है। स्टेशन को शहर के प्रमुख केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने का प्रावधान है, ताकि यहाँ आने वाले पर्यटक भी विशेष अनुभूति के साथ मीठे संस्मरण लेकर जाए।

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