दिल्ली जू में अफ्रीकी हाथी ‘शंकर’ की अचानक मौत के कारण का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए

16 सितंबर, 2025 तक कोई बीमारी या असामान्य व्यवहार की सूचना नहीं थी

नई दिल्ली। राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (एनजेडपी), नई दिल्ली ने 17 सितंबर, 2025 की रात 8:00 बजे 29 वर्षीय नर अफ्रीकी हाथी ‘शंकर’ के अचानक निधन की सूचना दी है।

मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। आगे की जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) बरेली, स्वास्थ्य सलाहकार समिति और मंत्रालय के प्रतिनिधियों की एक विशेषज्ञ टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है। पोस्टमार्टम और आवश्यक नमूने लेने के बाद, शव का उचित प्रक्रिया के अनुसार निपटान किया जाएगा।

नवंबर, 1998 में ज़िम्बाब्वे से आने के बाद, ‘शंकर’ 27 वर्षों से राष्ट्रीय प्राणी उद्यान परिवार का एक महत्वपूर्ण सदस्य रहा था। आगंतुक उसकी प्रशंसा करते थे और चिड़ियाघर के कर्मचारी उसके सौम्य स्वभाव और राजसी उपस्थिति के लिए उसे बहुत महत्व देते थे।

17 सितंबर की सुबह  यह देखा गया कि ‘शंकर’ कम पत्ते और घास खा रहा था और उसे हल्का दस्त भी हो रहा था, लेकिन वह फल और सब्ज़ियां सामान्य रूप से ले रहा था। राष्ट्रीय प्राणी उद्यान की पशु चिकित्सा टीम ने उसका उपचार किया और पशुपालन कर्मचारियों ने कड़ी निगरानी रखी।

उसी दिन शाम लगभग 7:25 बजे शंकर अचानक शेड में गिर पड़ा। आपातकालीन उपचार के बावजूद उनकी मृत्यु हो गई। 16 सितंबर 2025 तक किसी भी बीमारी या असामान्य व्यवहार की सूचना नहीं थी।

‘शंकर’ शक्ति, बुद्धि और प्रेम के प्रतीक था और चिड़ियाघर के कई सदस्य उनसे भावनात्मक रूप से जुड़े हुए थे। राष्ट्रीय प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ. संजीत कुमार ने कहा कि उनके निधन से उत्पन्न शून्य को चिड़ियाघर की टीम, आगंतुकों और संपूर्ण संरक्षण समुदाय गहराई से महसूस करेगा। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय प्राणी उद्यान और पूरे देश में चल रहे वन्यजीव कल्याण और संरक्षण प्रयासों का समर्थन करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

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