
नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान के सैन्य हमलों के प्रयासों को विफल करते हुए सटीक और संयमित कार्रवाई के माध्यम से कड़ा संदेश दिया है। 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आयोजित प्रेस ब्रीफिंग में भारत ने स्पष्ट किया था कि उसकी प्रतिक्रिया केंद्रित, संतुलित और गैर भड़काऊ रहेगी। भारत की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया था कि वह पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बना रहा, परंतु अपने ठिकानों पर किसी भी प्रकार के हमले का उचित उत्तर अवश्य देगा।
इसके 24 घंटे के भीतर ही पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात ड्रोन और मिसाइलों के जरिए भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया। हमले का केंद्र जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सैन्य क्षेत्र रहे, जिनमें अवंतीपुरा, श्रीनगर, पठानकोट, अमृतसर, भुज, चंडीगढ़ और लुधियाना जैसे संवेदनशील ठिकाने शामिल थे। हालांकि, भारत की एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया। कई स्थानों पर गिरे मलबे ने यह पुष्टि की कि हमले पाकिस्तान की ओर से किए गए थे।
भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई वायु रक्षा रडार और सैन्य प्रणालियों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया। सूत्रों के अनुसार, लाहौर में स्थित एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्प्रभावी कर दिया गया है। यह कार्रवाई पाकिस्तान की उकसावे की नीति का उसी तीव्रता से दिया गया जवाब मानी जा रही है।
इधर, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा के पास अकारण गोलीबारी और मोर्टार दागने की घटनाओं को अंजाम दिया है। इस गोलीबारी में तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित कुल 16 नागरिकों की जान चली गई। भारत ने भी इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
भारतीय सशस्त्र बलों ने दोहराया है कि यदि पाकिस्तान संघर्षविराम का सम्मान करता है, तो भारत भी स्थिति को आगे नहीं बढ़ाना चाहता। परंतु भारत किसी भी प्रकार के आक्रामक प्रयास को निष्क्रिय करने के लिए पूरी तरह से तैयार और सक्षम है।
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